बिहार में बाढ़ की समस्या को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने 3 अक्टूबर 2024 को केंद्र और राज्य सरकार से राहत और बचाव कार्यों को तेज करने की अपील की। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या 14.62 लाख तक पहुंच गई है।
खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, “बिहार में बाढ़ का मंज़र भयंकर होता जा रहा है। 17 ज़िलों में क़रीब 15 लाख़ लोग बाढ़ग्रस्त हैं और पिछले कुछ दिनों में कई लोगों की मृत्यु का समाचार बेहद पीड़ादायक है। पुल टूटे हैं और ख़ासकर उत्तरी बिहार में आपदा के चलते नागरिकों के घर उजड़े हैं। केंद्र और राज्य सरकार से हमारी माँग है कि राहत और बचाव कार्यों में तेज़ी लाई जाए, ताकि पीड़ितों को त्वरित मदद मिल सके। विषम परिस्थितियों में भारतीय वायुसेना, NDRF और SDRF की टीमें जो मदद कर रही है, उनका हम तहे दिल से धन्यवाद करते हैं। पर अभी भी राज्य सरकार की एजेंसियों द्वारा हर संभव मदद की बेहद ज़रुरत है। केंद्र सरकार को PMCARES से हर बाढ़ पीड़ित को पर्याप्त मुआवज़ा देना चाहिए और राज्य सरकार की सहायता करनी चाहिए। जिन किसानों की फ़सल बर्बाद हुई है, उन्हें भी मुआवज़ा मिलना चाहिए। कांग्रेस के कार्यकर्त्ताओं से अपेक्षा है कि वो पीड़ितों की सेवा के लिए तत्पर रहें।”
बिहार में बाढ़ का मंज़र भयंकर होता जा रहा है। 17 ज़िलों में क़रीब 15 लाख़ लोग बाढ़ग्रस्त हैं और पिछले कुछ दिनों में कई लोगों की मृत्यु का समाचार बेहद पीड़ादायक है। पुल टूटे हैं और ख़ासकर उत्तरी बिहार में आपदा के चलते नागरिकों के घर उजड़े हैं।
— Mallikarjun Kharge (@kharge) October 3, 2024
केंद्र और राज्य सरकार से हमारी माँग…
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने जानकारी दी कि भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के हेलीकॉप्टर्स द्वारा 17 बाढ़ प्रभावित जिलों में भोजन और राहत सामग्री के पैकेट एयरड्रॉप किए जा रहे हैं। ये जिले हैं: पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, सुपौल, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, मधुबनी, दरभंगा, सारण, सहरसा, कटिहार, और खगड़िया। लोगों के सुरक्षित बचाव के लिए एनडीआरएफ की 16 और एसडीआरएफ की 17 टीमें तैनात की गई हैं, साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में लगभग 975 नावें भी सेवाएं दे रही हैं। बिहार की इस स्थिति में सभी के सहयोग की आवश्यकता है, ताकि प्रभावितों को जल्द से जल्द मदद मिल सके।