
राजस्थान पश्चिम जिले बाड़मेर (Barmer) के चमकते धोरों ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) 2024 के अंतिम परिणामों में बाड़मेर के चार होनहार युवाओं ने शानदार प्रदर्शन कर जिले को गौरवान्वित किया है। बाड़मेर शहर के तन्मय मेघवाल ने 832वीं रैंक, शिव क्षेत्र के भियाड गांव के सुखराम भुन्कर ने 443वीं रैंक, कस्बे के लोकेंद्र कुमार ने 954वीं रैंक और आकडली के खेतदान चारण ने 649वीं रैंक हासिल कर सिविल सेवा में अपनी जगह पक्की की है।
बाड़मेर शहर के तन्मय मेघवाल ने 832वीं रैंक के साथ अपने पिता डॉ. बी.एल. मंसूरियां का नाम रोशन किया, जो बाड़मेर जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी हैं। तन्मय ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता की प्रेरणा और माता की दुआओं को दिया। तन्मय ने गर्व से कहा, “मेरे पिता ने मुझे अनुशासन और मेहनत का महत्व सिखाया। उनका मार्गदर्शन मेरे लिए अमूल्य रहा”।
सुखराम भुन्कर, जो एक साधारण किसान परिवार से आते हैं। उन्होंने रेगिस्तान की तपती धूप में अपने सपनों को पंख दिए। उनकी 443वीं रैंक ने भियाड गांव में खुशी की लहर दौड़ा दी। शिव कस्बे के लोकेंद्र कुमार ने 954वीं रैंक के साथ अपने पहले प्रयास में ही UPSC की कठिन परीक्षा को पास कर दिखाया। यह सपना तब शुरू हुआ जब मैंने अपने शिक्षकों से सुना कि मेहनत से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।” उनकी इस उपलब्धि ने शिव कस्बे में उत्सव का माहौल बना दिया।
आकडली गांव के खेतदान चारण ने 649वीं रैंक के साथ बाड़मेर के गौरव को और बढ़ाया। खेतदान ने अपनी सफलता को अपने गांव की मिट्टी को समर्पित करते हुए कहा, “रेगिस्तान की मिट्टी ने मुझे सिखाया कि कठिन परिस्थितियों में भी हार नहीं माननी चाहिए।”
बाड़मेर ने पहले भी UPSC में अपनी धाक जमाई है। पिछले वर्ष जिले के मोहनलाल जाखड़ (53वीं रैंक), अक्षय डोसी (73वीं रैंक), विजय राघव गोयल (229वीं रैंक) और पूर्ण प्रकाश मेघवाल (885वीं रैंक) ने जिले का नाम ऊंचा किया था। इस बार सुखराम, तन्मय, लोकेंद्र और खेतदान की चौकड़ी ने साबित कर दिया कि बाड़मेर के धोरों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं।
इन चारों युवाओं की सफलता न केवल बाड़मेर के लिए, बल्कि पूरे देश के उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो सिविल सेवा के माध्यम से देश की सेवा करना चाहते हैं। बाड़मेर के जिलाधिकारी और स्थानीय नेताओं ने इन युवाओं को बधाई देते हुए कहा कि ये बाड़मेर की मिट्टी के सच्चे रत्न हैं। रेगिस्तान की तपती धूप में मेहनत की चमक से उभरे ये चार सितारे बाड़मेर के धोरों की कहानी को नई ऊंचाइयों तक ले गए हैं। इनकी सफलता हर उस युवा को प्रेरित करेगी जो अपने सपनों को सच करने की राह पर चल रहा है। जागरूक टाइम्स के लिए बाड़मेर से ठाकराराम मेघवाल की रिपोर्ट
रिपोर्ट – ठाकराराम मेघवाल