राजस्थान के बीकानेर पुलिस पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगे हैं। यहां छत्तरगढ़ पुलिस के तीन सिपाहियों पर पुलिस ने रेप का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। गुरुवार देर रात करीब बारह बजे एसपी तेजस्वनी गौतम स्वयं छत्तरगढ़ पुलिस स्टेशन पहुंच गई। मामले की सत्यता परखने के बाद ही पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होगी। एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि पीड़ित महिला ने एसपी तेजस्वनी गौतम से मुलाकात करके परिवाद पेश किया था। जिसके आधार पर गौतम ने एफआईआर करने के आदेश दिए।
देर रात वो स्वयं पुलिस थाने पहुंच गई। मामले की जांच महिला प्रकोष्ठ के प्रभारी एडिशनल एसपी अरविन्द बिश्नोई को सौंपी गई है। महिला ने पुलिस को बताया कि चार साल पहले उसका बेटा गुम हो गया था। उसकी रिपोर्ट लिखवाने के लिए वो थाने गई थी। वहां मौजूद सिपाहियों ने उसकी गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। उसे बार-बार टरकाते रहे। उच्चाधिकारियों से मिलने पर पिछले साल गुमशुदगी दर्ज की गई।
जब वो थाने के चक्कर काट रही थी तो पुलिस थाने के रीडर विनोद बिश्नोई, सिपाही दिलीप दास व करम सिंह ने उसे झांसे में लेकर एक दिन नशीला पेय पिला दिया। होश आने पर बताया कि उसके अश्लील फोटो और वीडियो बना लिए। इसके बाद बार-बार उसके साथ रेप किया गया।
पुलिस को सत्यता पर शक
दरअसल पुलिस को इस पूरे मामले की सत्यता पर शक है। इसलिए किसी भी पुलिसकर्मी को तुरंत सस्पेंड नहीं किया गया है। मामले की पूरी जांच होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने बताया कि अगर किसी भी स्तर पर थोड़ी बहुत भी भूमिका पुलिसकर्मियों की मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी। पुलिस जांच में सामने आया है कि जिस बेटे के गुम होने की बात की जा रही है कि वो करीब 22 साल का है। इस समय लड़का बीकानेर संभाग में ही कहीं काम कर रहा है। लड़के और मां के बीच विवाद को लेकर भी पुलिस छानबीन कर रही है।