बाड़मेर से नाबालिग मामा के साथ कोचिंग के लिए निकले भाई-बहन करीब 11 घंटे बाद नागौर रेलवे स्टेशन पर मिले। तीनों बच्चों को नागौर जीआरपी ने अपने संरक्षण में ले लिया। पुलिस के अनुसार नागौर हाल गांधी नगर निवासी स्वरूप (12) पुत्र शेर सिंह, विक्रम सिंह (7) पुत्र ओम सिंह और उसकी बहिन कोमल कंवर सुबह घर से करीब 8 बजे कोचिंग के लिए घर से निकले थे।
कोचिंग घर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित है। कोचिंग की छुट्टी थी, जिसकी सूचना बच्चों ने परिजनों को नहीं दी। इस बीच तीनों बच्चे बाड़मेर रेलवे स्टेशन पर कालका एक्सप्रेस ट्रेन में बैठ गए, जिन्हें शाम सात बजे नागौर स्टेशन से जीआरपी ने पकड़ लिया। बाड़मेर एसपी नरेंद्र सिंह मीना के अनुसार तीनों बच्चों को लेने के लिए टीम नागौर रवाना कर दी गई है।
फेसबुक से मिली स्टेशन जाने की जानकारी
करीब तीन घंटे बाद 11 बजे तक बच्चे घर नहीं लौटे तो परिजनों को चिंता होने लगी। वे कोचिंग सेंटर पहुंचे, जहां टीचर ने छुट्टी होने की जानकारी दी। इसके बाद परिजनों ने तलाशी शुरू की और फेसबुक पर भी फोटो शेयर कर उनकी जानकारी मांगी। इस पर यूजर शंभुराम ने पोस्ट पर लिखा- बच्चों ने उससे रेलवे स्टेशन की लोकेशन के बारे में जानकारी मांगी थी। इसके बाद तीनों बच्चे स्टेशन की तरफ रवाना हो गए। जिसके बाद परिजनों को आभास हो गया कि बच्चे नागौर के लिए ही रवाना हुए है।
साले का मन नहीं लगा तो नागौर रवाना हो गया
बच्चों के पिता ओमसिंह ने बताया- साला स्वरूप सिंह कुछ दिन पहले ही बाड़मेर पढ़ने के लिए आया था, उसे उसके पिता शेर सिंह यहां छोड़कर गए थे। इस दौरान स्वरूप ने बार बार अपनी बहन को कहा था कि उसका यहां मन नहीं लग रहा है। हम लोगों ने कहा कि एक दिन रुक जाओं, वापस छोड़ देंगे। लेकिन आज सुबह कोचिंग के बहाने खुद और भांजा-भांजी भी नागौर रवाना हो गए।
शाम 7 बजे नागौर स्टेशन पर मिले
एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने बताया- तीनों बच्चे कालका एक्सप्रेस ट्रेन में बैठकर रवाना हो गए थे। अलग-अलग टीमों ने तलाश की। तीनों बच्चे शाम करीब सात बजे नागौर जीआरपी को मिल गए है। उनको लाने के लिए यहां से टीम भेज दी है।
टैक्सी पर स्पीकर के जरिए मांगी जानकारी
बच्चों की तलाशी के लिए पूरे बाड़मेर में पुलिस की ओर अलर्ट जारी किया गया। इस दौरान शहरभर में टैक्सी पर स्पीकर लगाकर बच्चों के गायब होने की सूचना दी गई, जिससे किसी प्रकार की जानकारी मिल सके। हालांकि इस बीच परिजनों को सोशल मीडिया पर एक यूजर की ओर से मिली जानकारी के आधार पर नागौर रेलवे स्टेशन पर जीआरपी पुलिस ने बच्चों को अपने संरक्षण में लिया।