केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा, प्रदेश को संविधान की 6वीं सूची में शामिल करने की मांग को लेकर पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक आमरण अनशन पर बैठे है। आज शनिवार (23 मार्च, 2024) को वांगचुक के अनशन का 18वां दिन है। वांगचुक ने 6 मार्च से आमरण अनशन शुरू किया है। बता दे कि खुले आसमान में माइनस 8 डिग्री के तापमान में वांगचुक 150 लोगों के साथ अनशन कर रहे हैं।
DAY 18 OF MY #CLIMATEFAST
2000 fasting with me today. Morning Temperature: – 8 °C
As the government comes under pressure from industrial lobbies we citizens need to neutralise this pressure by raising our voices…
They only care about growth & development.
But what does this… pic.twitter.com/YuhE661fy4
— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) March 23, 2024
दरअसल, केंद्र सरकार के साथ एक बार फिर से बातचीत विफल होने के बाद सोनम वांगचुक लेह में आमरण अनशन पर बैठ गए। वांगचुक ने दावा करते हुए कहा कि जब तक केंद्र सरकार लद्दाख को लेकर अपने वादे को पूरा नहीं करेगी, उनका अनशन 21 दिनों तक जारी रहेगा। बता दे कि सोनम वांगचुक को लद्दाख के अलग-अलग हिस्सों समेत देश भर के लोगों का समर्थन मिल रहा है।
बता दे कि बता दे कि केंद्र सरकार के साथ लेह एपेक्स बॉडी (एलएबी) और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (केडीए) की बैठक विफल रही। इसके बाद लेह धार्मिक संगठन ने लेह बंद बुलाया। इसके साथ ही NDS स्टेडियम में रैली की गई। इस रैली में कई संगठनों और राजनीतिक दलों ने हिस्सा लिया। रैली को संबोधित करते हुए वांगचुक ने आमरण अनशन का ऐलान किया था।