
भीलवाड़ा। शहर के हाउसिंग बोर्ड शास्त्रीनगर स्थित सुपार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर की स्थापना के 17वें वर्ष पूर्ण होने पर मूल नायक सुपार्श्वनाथ भगवान का अभिषेक एवं शांतिधारा की गई व सुपार्श्वनाथ महामण्डल विधान की सामुहिक पूजा अर्चना की गई। पूर्व संध्या पर भक्तामर की महामंगल आरती की गई व णमोकार मंत्र से श्रद्धालुओं ने जै-जैकार करते हुए माहौल को भक्तिमय कर दिया।
अध्यक्ष राकेश पाटनी ने बताया कि 108 रिद्धी-सिद्धी मंत्रों से मस्तकाभिषेक, अभिषेक एवं शांतिधारा मूल नायक भगवान पर हुआ, जिसका सौभाग्य प्रकाश कैलाश अरविन्द सम्यक शाह परिवार को व ध्वजारोहण का सौभाग्य अशोक कुमार अभिषेक पाण्डिया परिवार को प्राप्त हुआ। इसके पश्चात् घट यात्रा जुलुस बैण्ड-बाजों के साथ निकाली गई। 130 अर्घ के साथ सुपार्श्वनाथ महामण्डल विधान की पूजा अर्चना की गई। विधान में सैकड़ों श्रावक-श्राविकाओं ने पूजा का लाभ लिया। पूजा पं. पद्म चन्द काला ने करवाई। पूजा अर्चना के दौरान भक्ति नृत्य व भक्ति संगीत भी हुआ।
मीडिया प्रभारी भाग चन्द पाटनी ने बताया कि महापात्रों द्वारा पूजा आराधना की गई। वात्सल्य अतिथि सत्कार का सौभाग्य राकेश शशि हिमांशु पाटनी परिवार, मनोहर देवी सोमेश ठग परिवार, संतोष नीरज बड़जात्या परिवार, रेखा तुषार सौरभ गदिया परिवार को प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर पार्षदा रोमा लखवानी, जयकुमार कोठारी, राजेन्द्र जैन, सुरेन्द्र छाबड़ा, राजकुमार चौधरी, प्रेम सेठी, प्रवीण चौधरी, नरेश गोधा, अशोक कोटिवाल, अरविन्द अशोक जैन एवं सभी मंदिरों के अध्यक्ष, सचिव व मंत्रियों सहित पदाधिकारियों की उपस्थिति रही।इसमें महावीर दिगम्बर जैन समिति के सभी सदस्यांे एवं समाजजनों सहित महिला मण्डलों का सहयोग रहा।
17वीं वर्षगांठ पर हुए कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाजजनों ने भगवान की आराधना करते हुए परिवार व समाज में प्रेम, एकता, भाईचारा, सकारात्मक सोच, विश्व में शांति एवं चहुँमुखी विकास की कामना की। दिनांक 19 फरवरी बुधवार को सुपार्श्वनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक पर्व मनाया जायेगा। इसमें मोक्ष कल्याणक पर लडू चढ़ाये जायेगें व 108 रिद्धी-सिद्धी मंत्रों से अभिषेक व शांतिधारा की जायेगी।
रिपोर्ट – पंकज पोरवाल