Vaishnavi Hagawane Case Update: महाराष्ट्र के पुणे में 24 वर्षीय वैष्णवी हगवणे की संदिग्ध आत्महत्या के मामले में पुणे की मजिस्ट्रेट अदालत ने सोमवार को तीन आरोपियों की पुलिस हिरासत बुधवार तक बढ़ा दी है। इनमें वैष्णवी के पति शशांक हगवणे, उसकी मां लता हगवणे और बहन करिश्मा शामिल हैं। अदालत ने अभियोजन पक्ष की दलीलें सुनने के बाद यह आदेश दिया, जिसमें कहा गया कि आरोपियों से पूछताछ के दौरान उन वस्तुओं की बरामदगी जरूरी है, जिनसे वैष्णवी को प्रताड़ित किया गया था। इनमें डंडा और अन्य ठोस वस्तुएं शामिल हैं। साथ ही, दहेज में प्राप्त सोने के गहनों सहित अन्य सामान की जब्ती भी अभी बाकी है।
न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी वीपी खांडारे के समक्ष सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने खुलासा किया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में वैष्णवी के शरीर पर 30 चोटों के निशान मिले हैं। राज्य की ओर से सहायक लोक अभियोजक नितीन अडागले ने अदालत को बताया कि इनमें से 29 चोटें उसकी मौत से पहले की पाई गईं।
रिपोर्ट के अनुसार, 15 चोटें मौत से 24 घंटे पहले की और ताज़ा थीं। वहीं, एक चोट 4 से 6 दिन पुरानी पाई गई, जबकि अन्य 11 चोटें 5 से 7 दिन पुरानी थीं। इसके अलावा दो चोटों की अवधि 3 से 6 दिन पहले की मानी जा रही है।
अब तक पुलिस एक कार, एक स्कूटर और चांदी के बर्तन जब्त कर चुकी है, जिन्हें दहेज में दिए जाने की बात सामने आई है। साथ ही, एक व्यापारी निलेश चव्हाण की तलाश जारी है, जो मामले में फरार है और मुख्य संदिग्धों में से एक माना जा रहा है।
अदालत ने अभियोजन की दलील को स्वीकार करते हुए तीनों आरोपियों की हिरासत दो दिन और बढ़ा दी है ताकि जांच को आगे बढ़ाया जा सके।