
Udhampur Encounter: जम्मू-कश्मीर के उधमपुर ज़िले में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच गुरुवार को हुई मुठभेड़ में एक सेना का जवान शहीद हो गया। यह मुठभेड़ जिले के डुडु-बसंतगढ़ क्षेत्र में उस समय शुरू हुई, जब सुरक्षाबलों ने आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर तलाशी अभियान चलाया।
सेना की व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया मंच ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर बताया, “खुफिया जानकारी के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाया गया। संपर्क स्थापित होते ही भारी गोलीबारी शुरू हो गई।” सेना ने आगे कहा, “मुठभेड़ की शुरुआत में ही एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे तुरंत इलाज के लिए ले जाया गया, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका।” आख़िरी समाचार मिलने तक क्षेत्र में ऑपरेशन अभी भी जारी था।
#GOC #WhiteKnightCorps and all ranks salute #Braveheart Hav Jhantu Ali Shaikh of 6 PARA SF, who made the supreme #sacrifice during a counter #terror #operation.
His indomitable courage and the valour of his team will never be forgotten.
We stand in solidarity with the bereaved… pic.twitter.com/BzogemMct9
— White Knight Corps (@Whiteknight_IA) April 24, 2025
इससे एक दिन पहले बुधवार को कश्मीर के कुलगाम जिले के टंगमर्ग क्षेत्र में भी आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई थी। उस मुठभेड़ में किसी तरह की जानमाल की हानि की पुष्टि नहीं हुई है। उधर, बारामुला जिले में नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया था। घाटी में बढ़ते आतंकवादी घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हैं।
पहलगाम की वादियों में पसरा सन्नाटा, आतंकी हमले ने छीने कई सपने
इससे पहले मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हमले में 28 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकवादी हमला माना जा रहा है। आतंकी संगठन ‘द रेज़िस्टेंस फ्रंट’ (TRF), जो पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का एक छद्म संगठन माना जाता है, ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। लगातार हो रही इन घटनाओं ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं, वहीं सुरक्षाबलों की चुनौती और ज़िम्मेदारी भी बढ़ गई है।