बांग्लादेश ( Bangladesh ) कई महीनों से हिंसा की आग में सुलग रहा है। हिंसा की आग इतनी फैली कि प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ गया। विरोध प्रदर्शनों के बीच 5 अगस्त, 2024 को शेख हसीना ने अपनी बहन शेख रेहाना के साथ एक सैन्य हेलीकॉप्टर में सवार होकर भारत पहुंची। भारत पहुंचने के बाद शेख हसीना को कड़ी सुरक्षा में दिल्ली स्थित सेफ हाउस में भेज दिया गया। फिलहाल हसीना उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हिंडन एयर बेस में बने सेफ हाउस में रुकी हुई हैं।
30% रिजर्वेशन को लेकर शुरू हुआ विवाद
जानकारी के मुताबिक, बांग्लादेश में गवर्नमेंट जॉब्स में रिजर्वेशन को लेकर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया था। ये प्रदर्शन देखते देखते इतना हिंसक हो गया कि कई लोगों की जान चली गई और हजारों लोग घायल हो गए है। पूरा विवाद उस 30% रिजर्वेशन को लेकर है, जो स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों को दिए जा रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का आरोप है कि मेरिट के आधार पर गवर्नमेंट जॉब्स नहीं दी जा रही है। वही, रिजर्वेशन को लेकर शुरु हुए छात्र आंदोलन में विपक्षी दल भी फ्रंटफुट आ गया। विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नैशनलिस्ट पार्टी ने शेख हसीना सरकार के खिलाफ व्यापक विरोध किया। विपक्ष ने भी हसीना से इस्तीफे की मांग की थी।
स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों के लिए 5% जॉब्स होगी आरक्षित
खबरों की माने तो हाई कोर्ट के फैसले के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ शेख हसीना सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की थी। सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के आदेश को खारिज कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है था कि केवल 5% जॉब्स स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों के लिए आरक्षित होगी। 2% जॉब्स अल्पसंख्यकों और दिव्यांगों के लिए आरक्षित होगी। इस मामले में अगली सुनवाई 7अगस्त, 2024 को होनी थी, लेकिन इससे पहले विरोध प्रदर्शन भड़क उठा।
हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं प्रदर्शनकारी
रिपोर्ट के मुताबिक, शेख हसीना ने भले ही प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर आनन-फानन में देश छोड़कर भाग गई हो। लेकिन बांग्लादेश के हालात लगातार बिगड़ते ही जा रहे हैं। बांग्लादेश में गवर्नमेंट जॉब्स में रिजर्वेशन को लेकर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन आगजनी, लूटपाट, हत्या, महिलाओं के साथ बदतमीजी करने में तब्दील हो गया है। इस विरोध प्रदर्शन में अल्पसंख्यक समुदाय, खासकर हिंदुओं को प्रदर्शनकारी निशाना बना रहे हैं। बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों ने हिन्दू मंदिरों को आग लगाने और हिंदुओं के घरों और दुकानों पर तोड़फोड़ कर रहे हैं। 100 से ज्यादा लोग मारे गए। ऐसी घटनाओं के कई वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो रहे है।
काली मंदिर में की गई तोड़फोड़
बांग्लादेश के अखबार डेली स्टार की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने खुलना डिवीजन में स्थित मेहेरपुर में इस्कॉन मंदिर और एक काली मंदिर में तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई। इसके अलावा कम से कम 27 जिलों में भीड़ ने हिंदुओं के घरों और दुकानों पर अटैक किया और उनकी कीमती चीजें लूट लीं।
मरने वालों की संख्या 440 हुई
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेश में सरकार के खिलाफ विरोधी प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 440 हो गई है। शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद हुई हिंसा की घटनाओं में 100 से अधिक की मौत हुई है। फिलहाल सेना स्थिति को कंट्रोल करने में जुटी हुई है। पुलिस और सेना लगातार सड़कों पर गश्त कर रही है।