Jaipur। महाकुंभ 2025 के दौरान चर्चा में आए अभय सिंह, जिन्हें ‘IIT बाबा’ (IIT Baba) के नाम से जाना जाता है, को जयपुर पुलिस ने गांजा मिलने के मामले में हिरासत में लिया था। हालांकि, कानूनी प्रक्रिया के बाद उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया। उनके खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने कैसे पकड़ा?
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को जानकारी मिली थी कि अभय सिंह जयपुर के ऋद्धि-सिद्धि इलाके के एक होटल में ठहरे हुए हैं और वहां कथित रूप से हंगामा कर रहे हैं। जब पुलिस ने होटल में तलाशी ली, तो उनके पास से सीमित मात्रा में गांजा बरामद हुआ। चूंकि यह मात्रा कानूनी सीमा के भीतर थी, इसलिए उन्हें पूछताछ के बाद जमानत मिल गई।
रिहाई के बाद ‘IIT बाबा’ ने कहा कि उनके पास जो पदार्थ था, वह धार्मिक परंपरा का हिस्सा था। उन्होंने सवाल उठाया, “महाकुंभ में कई साधु-संत इसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं—क्या पुलिस उन सभी को गिरफ्तार करेगी?”
कौन हैं ‘IIT बाबा’ अभय सिंह?
IIT बॉम्बे के पूर्व छात्र अभय सिंह ने एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में अपना करियर छोड़कर आध्यात्मिक जीवन अपना लिया। उनका सफर तब सुर्खियों में आया जब महाकुंभ 2025 के दौरान उनकी कहानी वायरल हुई।
अभय सिंह का कहना है कि बचपन में कठिनाइयों और पारिवारिक तनाव ने उन्हें एक नई राह तलाशने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि फोटोग्राफी में रुचि लेने पर उनके परिवार ने उनका मजाक उड़ाया, जिससे उन्होंने घर छोड़ने और आध्यात्मिक खोज में निकलने का फैसला किया।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।