जैसलमेर में स्थित एशिया की सबसे बड़ी फील्ड फायरिंग रेंज में भारतीय वायुसेना बड़ा युद्धाभ्यास करने जा रही है। इस युद्धाभ्यास का नाम ‘वायु शक्ति 2024’ रखा गया है। 17 फरवरी को आयोजित होने जा रहे इस 2 घंटे 15 मिनट के फायर पावर डेमोस्ट्रेशन में भारतीय वायुसेना के 100 से भी ज्यादा फाइटर प्लेन समेत अन्य प्लेन हिस्सा लेंगे।
युद्धाभ्यास की घोषणा करते हुए भारतीय वायुसेना के वाइस चीफ एयर मार्शल एपी सिंह ने बताया- भारतीय वायु सेना के तेजस, सुखोई, मिराज, जगुआर जैसे फाइटर जेट भाग लेंगे। इसके अलावा राफेल, प्रचंड, ध्रुव और रुद्र हमलावर हेलिकॉप्टर भी शामिल होंगे।
उन्होंने बताया- हर तीन साल में होने वाले इस युद्धाभ्यास में 77 फाइटर जेट, 41 हेलिकॉप्टर, 5 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सतह से हवा में मार करने वाली गाइडेड मिसाइलों का भी प्रदर्शन होगा।
दो घंटे पंद्रह मिनट का शक्ति प्रदर्शन
भारत के हल्के लड़ाकू विमान तेजस से माइका और आर-73 मिसाइलों की फायरिंग की जाएगी। उनकी सटीकता और मारक क्षमता की जांच की जाएगी। माइका मिसाइल को राफेल कंपनी बनाती है जबकि आर-73 वही मिसाइल है, जिससे विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने पाकिस्तानी एफ-16 फाइटर जेट को मार गिराया था। इसका प्रदर्शन किया जाएगा। उक्त बातें वायुसेना के वाइस चीफ एयर मार्शल एपी सिंह ने बताई।
वहीं वायुसेना के उप प्रमुख एयर मार्शल ए पी सिंह ने कहा कि लड़ाकू विमान राफेल, प्रचंड और अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टर उन संपत्तियों में शामिल होंगे जो पहली बार अभ्यास में हिस्सा लेंगे। पोकरण फायरिंग रेंज भारत-पाकिस्तान सीमा के करीब है। उन्होंने कहा कि यह अभ्यास दिन, शाम और रात में दो घंटे 15 मिनट तक चलेगा। उन्होंने कहा, ‘हमने वायु शक्ति अभ्यास करने की योजना बनाई है ताकि भारतीय एयरोस्पेस शक्ति के संचालन की पूरी स्पेक्ट्रम का प्रदर्शन किया जा सके।