राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आज 76वीं पुण्यतिथि है। 76वें पुण्यतिथि के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी ने दिल्ली स्थित राजघाट पहुंचकर बापू को श्रद्धांजलि दी। वही, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी राजघाट पहुंचे और बापू को श्रद्धांजलि दी।
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, ”मैं पूज्य बापू को उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मैं उन सभी को भी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जो हमारे देश के लिए शहीद हुए हैं। उनका बलिदान हमें लोगों की सेवा करने और हमारे राष्ट्र के लिए उनके दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए प्रेरित करता है।”
महात्मा गांधी की 76वीं पुण्यतिथि पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार के अररिया में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के कैंप स्थल पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ”न्याय की यह महायात्रा गांधी जी के विचारों से ही प्रेरित है और जो भी उनकी विचारधारा को कुचलने की कोशिश करेंगे, वहां हम खड़े मिलेंगे।”
वही, यूपी के लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर सीएम योगी ने बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। साथ में यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने माल्यार्पण किया।
सीएम योगी ने एक्स पर लिखा, ”मानवता के अप्रतिम प्रतीक, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! पूज्य बापू के विचार ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प की सिद्धि का मार्ग प्रशस्त करते हैं। उनकी शिक्षाओं में रामराज्य और विश्व शांति की कामना का भाव अंतर्निहित है।”
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा, ”76 साल पहले आज ही के दिन नफ़रत फ़ैलाने वाली शक्तियों ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी थी। उन्हें याद करने के लिए आज सुबह बिहार के अररिया में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के कैंप स्थल पर प्रार्थना सभा आयोजित की गई। उस विचारधारा और उसे मानने वालों के ख़िलाफ़ हमारी लड़ाई जारी रहेगी, जिन्होंने महात्मा के जीवनकाल में तो उनका विरोध किया, उन्हें नकारा और अंत में उनकी हत्या की लेकिन अब उनकी विरासत को हथियाने का प्रयास कर रहे हैं। जो लोग गोडसे का महिमामंडन करते हैं, उन्हें ‘आईडिया ऑफ़ इंडिया’ को परिभाषित करने की इजाज़त न तो दी जानी चाहिए और न ही दी जाएगी।”
बता दें कि आज ही के दिन यानी 30 जनवरी 1948 की शाम को अपनी दैनिक प्रार्थना सभा में, महात्मा गांधी की नाथूराम गोडसे नाम के एक युवक ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।