हाल ही में एक लड़की ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें एक समूह के नशे में धुत लड़के उसे परेशान करते हुए नजर आ रहे थे। यह घटना तब हुई जब वह एक शूटिंग से घर लौट रही थी। लड़कों ने उसकी ऑटो रिक्शा का पीछा किया और उसे रोकने की कोशिश की। यह घटना रात 9 बजे मुंबई के वर्सोवा में हुई।
ऑटो में तीन यात्री थे- दो महिलाएँ और एक पुरुष। ऑटो चालक ने भी लड़की की सुरक्षा का प्रयास किया। इस दौरान, लड़की ने पूरे घटनाक्रम को रिकॉर्ड किया और बताया कि लड़कों ने उसका मोबाइल फोन भी छीन लिया। उसने मुम्बई पुलिस से शिकायत की कि उसने उनकी हेल्पलाइन पर कॉल करने की कोशिश की, लेकिन वह संपर्क नहीं कर पाई। वह निराशा के साथ यह भी कहती है कि उसे बदलाव की कोई उम्मीद नहीं है और उसे विश्वास नहीं है कि अपराधियों को पकड़ा जाएगा।
हालांकि, इस घटना के बाद मुंबई पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की। 12 घंटे के भीतर ही पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई। इसके बाद, लड़की ने एक और पोस्ट साझा की, जिसमें उसने मुंबई पुलिस और वर्सोवा पुलिस स्टेशन का धन्यवाद किया। उसने विशेष रूप से- DCP दिक्षित गेडाम, सीनियर PI इंस्पेक्टर गणेश पवार, PI प्राजक्ता पवार और PSI सुजाता राठोड़ का नाम लेकर उनके त्वरित कार्रवाई के लिए आभार व्यक्त किया।
इस घटना ने यह साबित कर दिया कि जब पुलिस और समाज एकजुट होते हैं, तो सकारात्मक बदलाव संभव है। उम्मीद है कि ऐसे मामलों में सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करने के लिए आगे भी इसी तरह की तत्परता दिखाई जाएगी।