मुंबई मेट्रो ट्रेन में रोजाना सफर करने वाले यात्रियों की संख्या तीन लाख तक पहुंच गई है। इसलिए वरिष्ठ नागरिकों के साथ गर्भवती महिलाओं को यात्रा के दौरान काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए एमएमआरडीए ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए आरक्षित सीटों की संख्या बढ़ाने और गर्भवती महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित सीटें रखने का निर्णय लिया है।
एमएमआरडीए वर्तमान में अंधेरी-गुंदवली के बीच छह कोच की 22 मेट्रो ट्रेनें चलाता है। यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है क्योंकि वे ट्रैफिक जाम के बिना अपने गंतव्य तक यात्रा कर सकते हैं। इसमें बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिक, महिलाएं और छात्र हैं।
लेकिन वर्तमान में छह कोचों में एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित है, जबकि बाकी पांच कोचों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए सीटें आरक्षित हैं, लेकिन वे अपर्याप्त हैं। इसके कारण बैठने की जगह नहीं होने के कारण बुजुर्ग यात्रियों को अक्सर खड़े होकर यात्रा करने को मजबूर होना पड़ता है।
एमएमआरडीए आयुक्त डॉ.संजय मुखर्जी ने हाल ही में मेट्रो ट्रेन में सफर के दौरान यात्रियों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों और गर्भवती महिलाओं को असुविधा हो रही है। इसलिए उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों के लिए आरक्षित सीटें और गर्भवती महिलाओं के लिए आरक्षित सीटें बढ़ाने का फैसला किया है।