मुंबई। वर्ली परिसर से गायब एक 12 वर्षीय मंदबुद्धि बच्चों को उसे पहनाए गए विशेष क्यूआर कोड लॉकेट की मदद से 6 घंटे के भीतर उसके परिवार जनों के पास पहुंचा दिया गया। यह लॉकेट मंदबुद्धि बच्चों की सुरक्षा को लेकर वरदान साबित हो रहा है। इस लॉकेट का सारा श्रेयअक्षय रिडलान द्वारा संचालित प्रोजेक्ट चेतना को जाता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ली इलाके में रहने वाला वह बच्चा घर के बाहर खेलते समय अचानक गायब हो गया। उसके परिवार के लोग बहुत परेशान हो गए।
बच्चों ने गले में स्पेशल क्यूआर कोड वाला लॉकेट पहन रखा था। पता चला कि बच्चा एक बस में बैठकर बाहर गया है। इसी बीच वह कोलाबा पहुंच चुका था। आखिरकार क्यूआर कोड लॉकेट के चलते उसे सुरक्षित उसके घर पहुंचा दिया गया। प्रोजेक्ट चेतना को प्रमोट कर रही लोढ़ा फाउंडेशन की चेयरमैन डॉ मंजू लोढ़ा ने बताया की सुरक्षित भारत की दिशा में यह एक अद्भुत प्रयोग है। उन्होंने जरूरतमंद लोगों को इस क्यूआर कोड लॉकेट को पहनने की अपील की है ताकि लोगों को परेशानियों से बचाया जा सके। इस लॉकेट के बारे में डिटेल जानकारी akshayridlan8@gmail.com पर प्राप्त की जा सकती है।