
मुंबई (Mumbai) विख्यात भवन निर्माण कंपनी लोढ़ा ग्रुप से जुड़ी जमीनों के घोटालों के मामलों में वांछित आरोपी राजेन्द्र नरपतमल लोढ़ा (Rajendra Narpatmal Lodha) को बुधवार सवेरे मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है। राजेन्द्र नरपतमल लोढ़ा पर कई जमीनों में बड़े पैमाने पर धनराशि हड़पने और वित्तीय गड़बड़ी करने के आरोप हैं। लोढ़ा ग्रुप की ओर से की गई शिकायत के आधार पर राजेन्द्र नरपतमल लोढ़ा को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि लोढ़ा ग्रुप की कई जमीनों के हेरफेर एवं वित्तीय घपले का वह मास्टरमाइंड था। कंपनी से पूरी धनराशि लेकर वह किसानों और जमीन मालिकों तक कम राशि पहुंचाता था। इसके अलावा भी कई मामलों में राजेन्द्र नरपतमल लोढ़ा की भूमिका संदिग्ध रही है। आर्थिक अनियमितता के ऐसे कई मामलों में कुछ और लोगों के भी शामिल होने की आशंका है। जिसकी जांच जारी है। लोढ़ा ग्रुप की ओर से की गई शिकायत के अनुसार लोढ़ा ग्रुप के एक सहयोगी मंगेश पुराणिक के आकस्मिक निधन के बाद राजेन्द्र नरपतमल लोढ़ा ने उसकी विधवा श्रीमती अर्चना मंगेश पुराणिक के साथ भी वित्तीय हेराफेरी की। श्रीमती अर्चना पुराणिक की जमीन को राजेन्द्र नरपतमल लोढ़ा ने पहले अपनी पॉवर ऑफ अटार्नी के आधार पर महज 5 लाख रुपए में रितेश भरत नरसाणा के नाम करवाया। कुछ समय बाद इसी जमीन को पुन: 5 करोड़ रुपए में कंपनी को बेचकर विधवा श्रीमती अर्चना मंगेश पुराणिक को 4.95 करोड़ रुपए का चूना लगाया। ऐसे और कई मामलों में राजेन्द्र नरपतमल लोढ़ा की संदिग्ध भूमिका को लेकर लोढ़ा ग्रुप की अोर से राजेन्द्र नरपतमल लोढ़ा के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज करवाई गई थी। इसी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए मुंबई क्राइम ब्रांच ने बुधवार सवेरे पांच बजे राजेन्द्र नरपतमल लोढ़ा को उसके आवास से गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि राजेन्द्र नरपतमल लोढ़ा बरसों से लोढ़ा ग्रुप के साथ जुड़े थे। प्राथमिक शिकायतों के आधार पर पहले उन्हें डायरेक्टर के पद से हटाया गया और उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई। ताकि भविष्य में वह अपने नाम और वर्चस्व का फायदा उठाकर लोगों के साथ काई वित्तीय हेराफेरी नहीं कर सके।