मुंबई। मुंबई के घाटकोपर इलाके में होर्डिंग हादसे से बड़ी जनहानि और आर्थिक नुकसान पहुंचा है। लगातार 66 घंटे के राहत और बचाव अभियान को गुरुवार सुबह बंद कर दिया गया है। मलबे से कारों समेत 73 से ज्यादा वाहनों को निकाला गया है। बता दें कि सोमवार को मुंबई में तेज आंधी-तूफान आया और बारिश होने लगी।
इस बीच, घाटकोपर इलाके के छेड़ा नगर में 120 फीट x 120 फीट का बड़ा बिलबोर्ड एक पेट्रोल पंप पर गिर गया, जिससे बड़ा हादसा हो गया। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के कमिश्नर भूषण गगरानी ने गुरुवार सुबह दुर्घटनास्थल पर 66 घंटे लंबे सर्च और बचाव अभियान बंद करने का फैसला लिया।
हादसे के निशान बयां कर रहे दर्द
मनपा प्रमुख ने पेट्रोल पंप पर स्थिति की समीक्षा करने के बाद सुबह 10.30 बजे बचाव अभियान बंद कर दिया, हालांकि, जेसीबी, डंपर, क्रेन और अन्य उपकरणों की मदद से मलबा हटाने का काम देर शाम तक जारी रहा। इससे पहले बुधवार आधी रात में बचाव दल ने एक गर्डर के नीचे कार में फंसे दो शवों को निकाला।
पुलिस को सौंपे गए क्षतिग्रस्त वाहन
बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा, दुर्घटना में क्षतिग्रस्त हुए 30 दोपहिया, 31 चारपहिया, आठ ऑटोरिक्शा और दो भारी वाहनों समेत 73 वाहनों को बरामद कर पुलिस को सौंप दिया है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की दो टीमों को सोमवार शाम से सर्च और रेस्क्यू अभियान के लिए लगाया गया था।
मुंबई फायर ब्रिगेड ने 12 दमकल गाड़ियों और कई अन्य वाहनों को तैनात कर रखा था। ऑपरेशन खत्म होने के बाद इन सभी को वापस भेज दिया गया है। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि फायर ब्रिगेड ने पेट्रोल पंप के टैंकों में फ्यूल के भंडार को देखते हुए एहतियात के तौर पर अभी भी तीन फायर टेंडर और कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को वहां तैनात कर रखा है।