71वें राष्ट्रीय फिल्म (National Film) पुरस्कारों का आधिकारिक ऐलान हो चुका है और इस बार भी भारतीय सिनेमा की कला और कौशल का भव्य उत्सव मनाया गया। हर साल की तरह, इस बार भी नए चेहरे उभरे और कुछ अनुभवी कलाकारों ने अपनी अदाकारी से दर्शकों का दिल जीत लिया। इस समारोह ने भारतीय सिनेमा की विविधता और गुणवत्ता को पूरी मजबूती से प्रस्तुत किया।
इस बार सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार ‘Rocketry: The Nambi Effect’ को मिला, जिसे आर. माधवन ने बनाया और निर्देशित किया है। यह फिल्म वैज्ञानिक नम्बी नारायणन की सच्ची कहानी पर आधारित है। इस फिल्म को आलोचकों और दर्शकों दोनों ने बहुत पसंद किया। फिल्म की कहानी, निर्देशन और अभिनय की खूब तारीफ हुई।
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार दक्षिण के स्टार अल्लू अर्जुन को उनकी फिल्म ‘Pushpa: The Rise’ में शानदार अभिनय के लिए मिला। यह उनके लिए पहला राष्ट्रीय पुरस्कार है, जो उनके फैंस के लिए खास पल है। जूरी ने उनके प्रदर्शन की खूब प्रशंसा की।
इस बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दो कलाकारों को मिला। पहली हैं आलिया भट्ट, जिन्होंने ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ में दमदार भूमिका निभाई। दूसरी हैं कृति सेनन, जो अपनी फिल्म ‘मिमी’ में बेहतरीन अभिनय के लिए जानी गईं। दोनों ने अपने-अपने किरदारों को जीवंत बनाया और जूरी को प्रभावित किया।
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का सम्मान निखिल महाजन को उनकी मराठी फिल्म ‘Godavari’ के लिए मिला। यह फिल्म मराठी सिनेमा की एक गहरी और भावपूर्ण प्रस्तुति है, जिसे दर्शकों और आलोचकों ने भी बहुत सराहा।
इसके अलावा, क्षेत्रीय सिनेमा को भी राष्ट्रीय स्तर पर खूब सम्मान मिला। मलयालम, तमिल, मराठी और बंगाली फिल्मों ने कई श्रेणियों में पुरस्कार हासिल किए, जिससे यह साफ़ हुआ कि भारत का सिनेमा केवल हिंदी तक सीमित नहीं है बल्कि पूरे देश की भाषाओं और संस्कृति का समृद्ध प्रतिनिधित्व करता है।
यह पुरस्कार समारोह भारत के राष्ट्रपति के संरक्षण और नेतृत्व में आयोजित किया गया। सभी विजेताओं को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया, जिन्होंने मंच पर देश के विविध और बहुभाषी सिनेमा को गौरवांवित किया। इस समारोह ने भारतीय सिनेमा के उज्ज्वल भविष्य की उम्मीदें बढ़ा दी हैं।
रिपोर्ट : शरमीन शेख