वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद अयोध्या में रामलला विराजमान हो गए हैं। ऐसे में सारा देश राममय है। सभी अपने-अपने तरीके से प्रभु की स्तुति में लगे हुए हैं। हिंदी सिनेमा जगत और उससे जुड़े लोग भी मर्यादापुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की अपने गीत, संगीत के जरिए सेवा कर रहे हैं।
इसी कड़ी में बीते शुक्रवार को नृत्य नाटिका ‘रामायण’ का मंचन हुआ, जिसमें बॉलीवुड अभिनेत्री हेमा मालिनी ने प्रभु श्री राम के चरणों में अपनी सेवा अर्पित करते हुए मुंबई को राममय कर दिया।मौका था हिंदी सिने जगत के दिग्गज गीतकार, संगीतकार, गायक पद्मश्री रवींद्र जैन के 80वें जन्मदिन का।
जिसके निमित्त मुंबई के शायन स्थिति षणमुखानंद हॉल में आर. जे. ग्रुप (रवींद्र जैन एकेडमी ऑफ म्यूजिक एंड फाइन ऑर्ट चैरिटेबल ट्रस्ट) की तरफ से ‘रामायण’ की प्रस्तुति की गई। गौरतलब हो कि लगभग 30 वर्ष पहले रवींद्र जैन ने इस नृत्य नाटिका के संवाद, गीत को लिखा और संगीत दिया था।
जिसका मंचन हेमा मालिनी देश के दूसरे हिस्सों और विदेशों में करती रहीं, लेकिन मुंबई में यह पहला मौका था। इस दौरान हेमा मालिनी ने अपनी दमदार अदाकारी से माता सीता की भूमिका में प्राण फूंक दिए। रवींद्र जैन जिन्हें प्यार से सभी दादू कहते हैं। वो आज भले ही इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उन्होंने अपनी बंद आंखों से समाज को जो गीत और संगीत दिया वो बाकमाल है।
उनके गीत और संगीत को सुनकर जो सुकून मिलता है उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। रामानंद सागर निर्देशित, अरुण गोविल अभिनीत रामायण इसका जीता जागता उदाहरण है। ऐसे में जब बात श्रीराम, रामायण और अयोध्या की हो और उनका जिक्र न हो, हो ही नहीं सकता।
क्योंकि उनके गीत.. अयोध्या करती आह्वान… मंगल भवन… जैसे तमाम गीत आज जनमानस गीत बन गए हैं। लेकिन तीस साल में यह पहला मौका था कि जब नृत्य नाटिका रामायण का मंचन मुंबई में हुआ। यह सब संभव हो सका आर. जे. ग्रुप की वजह से।
जिसकी निदेशिका दिव्या रवींद्र जैन और उनके पुत्र आयुष्मान जैन हैं, जो रवींद्र जैन की संगीत विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। इसके माध्यम से वे नए कलाकारों को मौका भी देते हैं।
वहीं कार्यक्रम के दौरान हेमा मालिनी ने कहा कि दादू और उनका साथ वर्षों पुराना हैं। उन्होंने साथ में सिर्फ फिल्में ही नहीं, बल्कि कई नृत्य नाटिकाएं भी किए हैं। उनकी लगभग सभी नृत्यनाटिकाओं को संगीत से सजाने का काम रवींद्र जैन ने ही किया है।
वहीं हेमा मालिनी की नाट्यविहार कलाकेंद्र की टीम ने अपने दमदार अभिनय से दर्शकों का मनमोह लिया। माता सीता की भूमिका में अभिनेत्री हेमा मालिनी ने महफिल ही लूट ली।