
ऐक्टर: नंदमुरी बालकृष्ण, हर्षाली मल्होत्रा, आधी पिनिसेट्टी,
सम्युक्ताश्रेणी: एक्शन / मास एंटरटेनर / मिथो-फैंटेसी
डायरेक्टर: बॉयापाटी श्रीनु
अवधि: 2 घंटे 42 मिनट
रेटिंग: ⭐⭐✨ (2.5/5)
क्या है कहानी?
बॉयापाटी श्रीनु की फिल्म का पहला दृश्य ही एक घोषणा है“यहाँ लॉजिक नहीं चलता, सिर्फ़ एलिवेशन चलता है।” और अखंड 2 भी इसी आत्मविश्वास पर टिकी है। कहानी एक पड़ोसी देश से शुरू होती है जो भारत को उसकी “आध्यात्मिक रीढ़”सनातन धर्मकी जड़ पर प्रहार करके तोड़ना चाहता है। उनका हथियार है एक विशाल बायोवार फ़ेयर प्लान, जो महाकुंभ मेले को निशाना बनाता है।DRDO को एंटीडोट बनाना है, लेकिन वह ज़िम्मेदारी अचानक आ जाती है 16 वर्षीय प्रतिभाशाली बच्ची जननी के कंधों पर, जिसका IQ 266 है। वह वैक्सीन बना तो देती है, मगर दुश्मनों की सबसे बड़ी टार्गेट बन जाती है।यहीं होता है वह क्षण जिसका इंतज़ार दर्शकों को होता हैअखंड की वापसी। अपनी भांजी से किए वादे को निभाने के लिए वह लौटता है और अकेले ही बायोवार को रोकने, दुश्मनों को सबक सिखाने और धर्म की रक्षा का मिशन उठाता है।फिल्म में दिव्य रोष, तांत्रिक शक्तियाँ, ओवर-द-टॉप फाइट्स, हेलीकॉप्टर रोकने वाले त्रिशूल और एक आदमी बनाम पूरी सेना जैसे दृश्य हैं—जो बॉयापाटी की पहचान बन चुके हैं। स्केल बड़ा है, पर कहानी पतली और गंभीर विषयों का उपचार सतही।
परफॉर्मेंस
बालकृष्ण पूरी फिल्म की आत्मा हैं। उनका स्क्रीन प्रेज़ेंस, संवाद बोलने की रफ़्तार, और दिव्य-योद्धा वाली छवि इस यूनिवर्स का सबसे मजबूत स्तंभ है। कहानी चाहे डगमगाए, लेकिन उनका दृढ़ विश्वास फिल्म को खड़ा रखता है।हर्षाली मल्होत्रा ने जननी के रूप में मासूमियत और ईमानदारी के साथ अभिनय किया है, लेकिन उनके किरदार को और विस्तार मिल सकता था।आधी पिनिसेट्टी सबसे अधिक grounded और प्रभावी ऐक्टर दिखते हैंकम स्क्रीन टाइम में भी तेज़ छाप छोड़ते हैं।सम्युक्ता का रोल छोटा है पर नया प्रयोग करती दिखती हैं।
वर्डिक्ट
Akhanda 2 पूरी तरह Boyapati-verse की दीवानगी पर टिकी फिल्म है—ऊँचे डायलॉग, ओवर-द-टॉप ऐक्शन और Balakrishna का पावरफुल स्वैग इसकी जान हैं। कहानी पतली है, लॉजिक गायब है और इमोशनल ट्रैक उतना प्रभावी नहीं, लेकिन Thaman का धुन और Boyapati की एक्सट्रीम स्केल वाली प्रस्तुति फिल्म को मनोरंजक बनाए रखती है। दिमाग नहीं, सिर्फ मस्ती लेकर जाइए—तो मज़ा आएगा।
