Pankaj Udhas प्रसिद्ध भारतीय गजल और पार्श्वगायक थे। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 1980 में ‘आहट’ नामक एक गजल एल्बम की रिलीज के साथ की। पद्मश्री पंकज उदास हिंदुस्तानी संगीत में गजल की वो आवाज रहे, जिन्होंने गजल को जटिल परंपरा से बाहर निकाल कर उसे हर आदमी तक पहुंचाया। पंकज उदास ने न केवल गली-मोहल्लों, चौक-चौराहों, छोटी जगह के लोगों के दिलों को गजल के सुकून से परिचित कराया, बल्कि आम आदमी के दुख-दर्द को पहचानने वाली आवाज भी बने।
एक दौर था जब ‘चिट्ठी आई है’ जैसी गजल गाकर पंकज उदास ने बेशुमार लोकप्रियता कमाई और वे उस दौर में रेडियो के माध्यम से हर घर में गूंजने वाली आवाज बन गए। पंकज उदास देश-परदेस में रहने वाले और अपने देश को छोड़कर काम काज करने वाले व्यक्ति के दर्द की आवाज थे। पंकज उदास का जन्म 17 मई, 1951 को जेतपुर, गुजरात में हुआ था। वह हिंदू जमींदार परिवार से ताल्लुक रखते थे।
पंकज उदास के पिता का नाम केशुभाई उदास था, जो एक सरकारी कर्मचारी और खिलाड़ी थे। माता का नाम जितुबेन उदास था। पंकज उदास के दो बड़े भाई हैं- मनहर उदास और निर्मल उदास, जो प्रसिद्ध गायक भी हैं। उनके दादा अपने गांव के पहले स्नातक थे और भावनगर राज्य के राजस्व मंत्री बने थे। पंकज सेंट जेवियर्स कॉलेज में पढ़ने के लिए मुंबई चले गए थे और नवरंग नागपुरकर से हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत सीखा। पंकज उदास ने 11 फरवरी, 1982 के दिन फरीदा से शादी रचाई थी। दोनों की यह लव मैरिज थी।
फरीदा एक एयरहोस्टेस थीं और पारंपरिक पारसी परिवार से ताल्लुक रखती थीं। यह 70 के दशक की बात है। दोनों की मुलाकात पंकज उदास के एक पड़ोसी ने करवाई थी। पंकज उदास और फरीदा का धर्म अलग होने के कारण दोनों ने शादी करने के लिए काफी मुसीबतों का सामना किया था।
पंकज उदास और फरीदा दोनों परिवार की रजामंदी से शादी करना चाहते थे, लेकिन धर्म अलग होने के कारण दोनों के घरवाले इस शादी के खिलाफ थे। आखिर उनके प्यार के आगे परिवार की हार हुई और दोनों को शादी की अनुमति दे दी। पंकज उदास और फरीदा की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी का नाम है- रेवा उदास और छोटी बेटी का नाम है- नायाब उदास।