Maharashtra : धार्मिक-आध्यात्मिक रूप में हो पंचेंद्रियों का सदुपयोग – महाश्रमणजी
पुणे। महाराष्ट्र में आध्यात्मिक ज्ञान की गंगा प्रवाहित करने वाले, जन-जन को मानवता का संदेश देने वाले जैन श्वेतांबर तेरापंथ धर्मसंघ के वर्तमान अधिशास्ता, मानवता के मसीहा, युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमणजी…
Astrology 2024: जानिए आपका राशिफल, कैसा होगा आपका साल 2024?
नया साल आ गया है। सब की उत्सुकता यही है कि नया साल अपने साथ क्या लेकर आने वाला है ?, नववर्ष कैसा रहेगा ?, आज इस लेख में हम…
आनंद की अनुभूति करना परमपिता की बड़ी कृपा : श्री श्री आनन्दमूर्ति
एक प्रश्न है, मनुष्य प्राण को अलग करना क्यों नहीं चाहता? हर जीव जीवित रहना क्यों चाहता है? इसका कारण यही है कि शरीर जब तक क्रियाशील है, शरीर में…
धर्म साधना का गुप्त मंत्र : श्री श्री आनन्दमूर्ति
मन एक विषय से दूसरे विषय में किसकी कृपा की बदौलत जाता है? इसका उत्तर चाहिये । प्रश्न का दूसरा चरण क्या है? वह है कि मनुष्य प्राण से अलग…
आदर्श के साथ स्वयं को एकीभूत कर देने को कहते सन्यास : श्री श्री आनन्दमूर्ति
कर्म क्या है और कर्मसन्यास क्या है? वस्तु के आपेक्षिक स्थान परिवर्तन को कहा जाता है कर्म । कर्म कभी भी स्थान, काल, पात्र के बाहर सम्पन्न नहीं हो सकता…