लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पीएम नरेन्द्र मोदी ने 12वें रोजगार मेले में एक लाख से अधिक कर्मियों को नियुक्ति-पत्र बांटे। पीएम ने वर्चुअली संबोधित किया। पहले की सरकार ने अपने 10 साल में जितनी सरकारी नौकरियां दीं थीं, उससे लगभग 1.5 गुना ज्यादा सरकारी नौकरियां भाजपा सरकार ने अपने 10 सालों में दी हैं।
जिन एक लाख युवाओं को जॉब लेटर बांटे गए हैं, उनकी विभिन्न विभागों भर्तियां हो रहीं हैं। केंद्र सरकार का यह 12वां और आखिरी रोजगार मेला है। पीएम ने दिल्ली में कर्मयोगी भवन के पहले चरण का शिलान्यास भी किया। यह परिसर मिशन कर्मयोगी के बीच सहयोग और तालमेल को बढ़ावा देगा।
रोजगार मेले का आयोजन सोमवार को देश भर के 46 स्थानों पर किया गया। इससे पहले 30 नवंबर 2023 को रोजगार मेले का आयोजन किया गया था और 51 हजार युवाओं को पीएम ने अपॉइंटमेंट लेटर दिए थे। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई।
युवाओं को केंद्रीय विभागों में नौकरी
मेले के जरिए विभिन्न केंद्रीय विभागों और राज्य सरकार के विभागों में युवाओं को रोजगार दिया गया है। राजस्व विभाग, गृह मंत्रालय, उच्च शिक्षा विभाग, परमाणु ऊर्जा विभाग, रक्षा मंत्रालय, वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, जनजातीय मामलों के मंत्रालय और रेलवे मंत्रालय में विभिन्न पदों पर युवाओं को नौकरियां दी गईं। चयनित युवाओं को कर्मयोगी के तहत प्रशिक्षण भी दिया जाएगा और उसके बाद उनकी तैनाती की जाएगी।
पहले भर्ती में था रिश्वत का खेल
पीएम ने आरोप लगाया कि पहले की सरकारों में नौकरी के लिए विज्ञापन जारी होने से लेकर नियुक्ति पत्र देने तक बहुत लंबा समय लग जाता था। इस देरी का फायदा उठाकर उस दौरान रिश्वत का खेल भी जमकर होता था।