नई दिल्ली। उद्योगपति गौतम अडानी को एक बड़ा झटका लगा है। उनके ग्रुप की 6 कंपनियों को मार्केट रेग्युलेटर सेबी ने कारण बताओ नोटिस भेजे हैं। इन नोटिस में कंपनियों से शेयर बाजार में लिस्टिंग के नियमों के उल्लंघन को लेकर सवाल किया गया है।
सेबी के नोटिस के मुताबिक इन सभी कंपनियों ने रिलेटेड पार्टी ट्रांजेक्शंस के नियमों में उल्लंघन को लेकर कंपनी को नोटिस भेजा है। रिलेटेड पार्टी ट्रांजेक्शंस आम तौर पर ऐसी कंपनियों के बीच होते हैं, जिनके बीच पहले से कारोबारी रिश्ते होते हैं या उनकी बिजनेस कमिटमेंट में समान होती हैं।
इन कंपनियों को मिला है नोटिस
सेबी ने अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज को 2 नोटिस भेजे हैं। इसके अलावा अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अडानी पावर, अडानी एनर्जी सॉल्युशंस, अडानी विल्मर और अडानी टोटल गैस को भी नोटिस भेजा है। गौरतलब है कि अडानी ग्रुप की शेयर बाजार में कुल 10 कंपनियां ही लिस्ट हैं।
अडानी एंटरप्राइजेज को मिले दो नोटिस को लेकर कंपनी का कहना है कि उसके लीगल एक्सपर्ट्स के मुताबिक इन नोटिस का कंपनी पर बहुत कम असर होगा। सेबी के नोटिस में ग्रुप की कंपनियों से कुछ ट्रांजेक्शंस की डिटेल पूछी गई है, जो उसके फाइनेंशियल स्टेटमेंट में रिफ्लेक्ट नहीं हो रहे थे। वहीं ग्रुप ने इस मामले में अन्य डिटेल्स देने से मना कर दिया है।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से है कनेक्शन?
पिछले साल अमेरिका की शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सेबी ने अडानी ग्रुप की कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू की थी। इसे लेकर सेबी ने अगस्त में एक रिपोर्ट सबमिट की। सेबी ने उन 17 रिलेटेड पार्टी ट्रांजेक्शन की भी जांच की, जिनका हवाला हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में दिया गया था। गौतम अडानी भारत के दूसरे सबसे अमीर इंसान हैं। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक उनकी टोटल नेटवर्थ 99 अरब डॉलर से अधिक है।