
बाड़मेर। थार नगरी बाड़मेर में खरतरगच्छाधिपति आचार्य जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. की निश्रा में 12 फरवरी से 16 फरवरी तक मुनिसुव्रतस्वामी जिन मंदिर व दादावाड़ी अंजनशलाका प्राण प्रतिष्ठा व पांच मुमुक्षुओं की भागवती दीक्षा निमिते पंचान्हिका महोत्सव के कार्यक्रम की आमंत्रण पत्रिका लेखन का कार्यक्रम रविवार को जिनकांतिसागरसूरी आराधना भवन में सम्पन्न हुआ।
प्रतिष्ठा दीक्षा महोत्सव समिति के संयोजक जगदीशचन्द भंसाली व सहसंयोजक सम्पतराज धारीवाल ने बताया कि स्थानीय मोक्ष मार्ग स्थित केयुप भवन परिसर में मुनिसुव्रत स्वामी जिनमन्दिर व दादावाड़ी की अंजनशलाका प्राण प्रतिष्ठा व दीक्षा महोत्सव कार्यक्रम के निमिते रविवार को आराधना भवन में प्रातः 09.15 बजे बहिन म.सा. साध्वी डॉ.विद्युतप्रभा, साध्वी कल्पलता म.सा., साध्वी श्रुतदर्शना म.सा. आदि ठाणा की पावन निश्रा में व मन्दिर निर्माण के लाभार्थी जीवणमल, नेमीचन्द, बाबूलाल-सौ.शांतिदेवी, भरतकुमार छाजेड़ परिवार बाड़मेर हाल मुंबई की उपस्थिति में भव्य आमंत्रण पत्रिका लेखन का कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
समिति के सहसंयोजक मदनलाल मालू कानासर ने बताया कि बाड़मेर नगर में अनुठे रूप से आमंत्रण पत्रिका लेखन का जुलुस स्थानीय खरतरगच्छ आयंबिल शाला प्रताप जी पोल से प्रातः 09.00 बजे पत्रिका सिर पर धारण कर गाजे बाजे के साथ रवाना हुआ जो शुभ मुहुर्त में साध्वी भगवंत के साथ आराधना भवन पहुंचे। जहां पर शुभ मुहुर्त में पत्रिका लेखन का कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। मालू ने बताया कि कार्यक्रम के शुभारम्भ में सर्वप्रथम परमात्मा के समक्ष लाभार्थी व अतिथियों द्वारा दीप प्रजवल्लित कर किया गया। सामुहिक गुरूवन्दन किया गया। इसी कड़ी में कार्यक्रम को गति देते हुए प्रथम पत्रिका को मोली बांधकर स्वास्तिक बनाकर परमात्मा के नाम से लिखी गई, इसी कार्यक्रम के तहत कुलदेवी, भगवान, गौतम स्वामी, दादा गुरुदेव, देवी-देवताओं सहित कई संघो के नाम सर्वप्रथम पत्रिकाएं लिखी गई। पत्रिका लेखन के कार्यक्रम में साध्वी डाॅ. विधुत्प्रभाश्री ने कहा कि संयम जीवन मोक्ष की राह को आसान करने का पथ है। युवाओं का इस आधुनिक युग में धर्म के प्रति समर्पण निःसन्देह नया अध्याय लिखेगा।
पत्रिका लेखन केवल आमंत्रण नही है ये एक नए इतिहास के आगाज का शुभारम्भ है जो धर्म के पथ को स्वर्णिम बनाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को भगवान महावीर को रोजाना 10 मिनट पढना चाहिए। हम वर्तमान में उनके शासन में जी रहे है। उनके बनाए नियम आज सैकड़ो वर्षाे के बाद भी प्रांसगिक है। इस कडी में साध्वी कल्पलताश्री ने कहा कि बाड़मेर नगर में ऐतिहासिक प्रतिष्ठा एवं दीक्षा के आयोजन प्रारम्भ से पहले जो उत्साह नजर आ रहा है वो आचार्यश्री की निश्रा में बाड़मेर के इतिहास में नया अध्याय जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि युवाओं का धर्म के प्रति बढता रूझान इस बात का प्रमाण है कि धर्म के अलावा ऐसा कोई मार्ग नही है जो इन्सान को मुक्ति के मार्ग पर ले जा सकता है। धर्म ही एक ऐसा मार्ग है जो जन्म मृत्यु से छुटकारा दिला सकता है।
पत्रिका लेखन कार्यक्रम के दौरान महावीर देसाई एण्ड पार्टी सूरत व सोनू वडेरा द्वारा संगीत से स्वागत किया गया और सम्पूर्ण कार्यक्रम में भक्ति की रमझट जमायी गई। आमंत्रण पत्रिका लेखन के कार्यक्रम में मुमुक्षु अक्षय मालू, निशा बोथरा, मुमुक्षु परिवार, जैन श्री संघ प्रतिनिधि सभा सदस्य, आदिनाथ ट्रस्ट कमेटी, खरतरगच्छ संघ चातुर्मास कमेटी, अचलगच्छ संघ, स्थानकवासी संघ, नाकोड़ा ट्रस्टी, कुशल वाटिका ट्रस्ट सहित कई संस्थाओ के पदाधिकारी, प्रतिष्ठा दीक्षा कार्यक्रम के रत्न स्तम्भ, स्वर्ण स्तम्भ परिवार, शहर गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। केयुप सचिव केवलचन्द छाजेड़ ने बताया कि पत्रिका लेखन के बाद कमेटियां बनाकर बाड़मेर शहर के संघो व लाभार्थियों, बाड़मेर जिले के बाहरी कस्बों मे संघो को प्रतिष्ठा व दीक्षा में आमंत्रण पत्रिका देने के समिति के सदस्य रवाना हो गए।
कार्यक्रम के समापन पर प्रतिष्ठा दीक्षा समिति द्वारा गुड़ की प्रभावना दी गई। अंत में लाभार्थी बाबुलाल छाजेड़ मुंबई ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। आज होगा घर-घर तोरण व लोण वितरण का कार्यक्रमः-केयुप अध्यक्ष प्रकाश पारख ने बताया कि प्रतिष्ठा दीक्षा महोत्सव समिति के द्वारा जैन संघ की आज्ञा से प्रतिष्ठा व दीक्षा के निमिते बाड़मेर जैन समाज के घरो में तोरण व शाकर के लोण वितरण कर कार्यक्रम का आगाज होगा। इसी कार्यक्रम में निश्रा प्रदान करने हेतु खरतरगच्छाधिपति आचार्य जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. का 11 फरवरी मंगलवार को बाड़मेर नगर में भव्य मंगल प्रवेश होगा।
रिपोर्ट ठाकराराम मेघवाल