
बाड़मेर (Barmer) जिले के प्रभारी मंत्री जोराराम कुमावत (Zoraram Kumawat) ने ली सुरक्षा एवं अन्य आपातकालीन व्यवस्थाओं के सम्बंध में समीक्षा बैठक, उन्होंने बैठक में कहा कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के माध्यम से पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है और पहलगाम में हुई आतंकवादी घटना में निर्दोष भारतीय नागरिकों की मौत का पूरा प्रतिशोध लिया है।
आपको बता दे प्रभारी मंत्री कुमावत जिला कलेक्ट्रेट के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित सुरक्षा एवं आपातकालीन व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 22 अप्रैल को हुई इस नृशंस घटना के बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी शिविरों को नष्ट किया। इस अभियान में 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया गया।
उन्होंने बताया कि इसके बाद पाकिस्तान ने बौखलाहट में सीमा पर गोलाबारी शुरू कर दी, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। पाकिस्तान की ओर से किए गए ड्रोन हमलों को भी हमारी सेना ने सफलतापूर्वक निष्फल कर दिया। आगे प्रभारी मंत्री ने कहा कि बाड़मेर की लंबी सीमा पाकिस्तान से लगती है, ऐसे में इन विषम परिस्थितियों में यहां के नागरिकों ने अद्वितीय साहस और आत्मबल का परिचय दिया है। उन्होंने प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन कर एक जिम्मेदार और देशभक्त नागरिक का उदाहरण प्रस्तुत किया है।
वही बता दे बैठक में विभागवार समीक्षा करते हुए उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से चिकित्सा संस्थानों में डॉक्टरों की तैनाती की गई है। साथ ही, आवश्यक दवाओं और जांच सुविधाओं की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने रसद, परिवहन, पेयजल, बिजली तथा अग्निशमन से जुड़ी व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया।
कुमावत ने कहा, “हम माननीय मुख्यमंत्री महोदय के निर्देश पर यह समीक्षा बैठक लेने आए हैं ताकि किसी भी संभावित आपात स्थिति से निपटने के लिए हमारी तैयारियां पूरी तरह माकूल रहें। मुझे खुशी है कि प्रशासन ने सभी आवश्यक व्यवस्थाएं प्रभावी ढंग से कर रखी हैं।”
इससे पूर्व, जिला कलेक्टर टीना डाबी ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जिले में की गई व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी दी। वही बता दे इस बैठक में सांसद दामोदर अग्रवाल, उम्मेदाराम बेनीवाल, विधायक प्रियंका चौधरी, हमीर सिंह, समाजसेवी अजीत मांडण, सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट: ठाकराराम मेघवाल