
सीमावर्ती बाड़मेर (Barmer) जिले में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ जिले के विभिन्न पुलिस थानों द्वारा जब्त किए गए करीब 18 क्विंटल अवैध डोडा पोस्त और 170 ग्राम स्मैक को नष्ट कर दिया गया। इस ड्रग की अनुमानित बाजार कीमत 3 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। इस कार्रवाई के दौरान बाड़मेर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसाराम और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।इस दौरान गुसे भी जल कर नष्ट हो गए।
नशा मुक्त बाड़मेर की दिशा में ठोस कदम
पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि जोधपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के निर्देशानुसार जिले को नशा मुक्त बनाने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत गुड़ामालानी, धोरीमना, चौहटन और सदर थानों से संबंधित 21 प्रकरणों में जब्त 18 क्विंटल से अधिक डोडा पोस्त और 170 ग्राम स्मैक को न्यायालय के आदेश के बाद पुलिस फायरिंग रेंज में ड्रग निस्तारण कमेटी द्वारा आग में जलाकर नष्ट किया गया।
युवाओं को नशे से बचाने की मुहिम
एसपी मीणा ने कहा कि नशे की लत युवाओं के भविष्य को तबाह कर रही है। इसे रोकने के लिए पुलिस न केवल अवैध मादक पदार्थों की तस्करी पर नकेल कस रही है, बल्कि सामाजिक समारोहों में डोडा पोस्त और अफीम की मनुहार पर भी कड़ी नजर रख रही है। उन्होंने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करना और युवा पीढ़ी को इसके दुष्प्रभावों से बचाना है।
नशे के खिलाफ पुलिस की सख्ती
बाड़मेर पुलिस ने अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज करने का संकल्प लिया है। तस्करों के खिलाफ नियमित छापेमारी, निगरानी और जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। इस कार्रवाई को नशे के सौदागरों के लिए एक कड़ा संदेश माना जा रहा है। यह कार्रवाई न केवल बाड़मेर पुलिस की सक्रियता को दर्शाती है, बल्कि समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए उनके दृढ़ संकल्प को भी उजागर करती है। इससे युवाओं को नशे की लत से बचाने में मदद मिलेगी।
रिपोर्ट- ठाकराराम मेघवाल
