बाड़मेर। जिलेभर में कुर्बानी का पर्व Eid Ul Adha का पूर्ण अक़ीदत और पारम्परिक रीति रिवाज से 17 जून को मनाया जाएगा। इस्लामी साल का आखरी महीना जुल हिज्जा का चांद आज जुमा यानी शुक्रवार को देर शाम को नजर आया। चांद के दीदार होते ही मोमीनों के चेहरों पर खुशी की लहर साफ नजर आई।
जामा मस्जिद के पेश इमाम हाजी लाल मोहम्मद सिद्दीकी ने बताया कि इस्लामी साल का आखरी महीना जुल हिज्जा बड़ी यादों वाला महीना है। इस महीने की 9 तारीख को हज अदा किया जाता है और 10 तारीख को बड़ी खुदा की राह में कुर्बानी दी जाती है।
मुस्लिम इंतजामिया कमेटी के सदर हाजी असलम कुरेशी ने बताया कि ईदुल अजहा का पर्व 17 जून को बड़ी अकीदत के साथ मनाया जायेगा। गेंहू रोड़ स्थित ईदगाह के मैदान में ईद की नमाज 17 जून को प्रातः 7.45 बजे जामा मस्जिद के पेश इमाम हाजी लाल मोहम्मद सिद्दीकी की इमामत में अदा की जायेगी।
कमेटी के सचिव अबरार मोहम्मद ने ईद उल अजहा के चांद नजर आते ही खुशी जाहिर करते हुए तमाम मोमीन भाईयों को मुबारकबाद पेश की। इस दौरान मोमीन भाईयों ने खुदा की बारगाह ने मुल्क की खुशहाली, आपसी भाईचारा और अमनो अमान की दुआएं की।
इस अवसर पर कमेटी के नायब सदर मुख्तियार भाई नियारगर, सचिव अबरार मोहम्मद, नगर परिषद पार्षद हाजी दीन मोहम्मद ठेकेदार, हमीद खान सिपाही, हज सेवक बच्चू खान कुम्हार, रहीम खान मिस्त्री, मौलाना शेर मोहम्मद, कारी मुख्तियार खान, दावते इस्लामी के मुबलिग सिद्धिक भाई, मौलाना शेर मोहम्मद, हाजी यासीन राठौड़, निजाम शाह, शौकत चढवा, इकबाल मोहम्मद सिपाही, मुकदर कोटवाल, रईस मोहम्मद तेली, इकबाल खान सहित कई मोमिन भाई मोजूद रहे।।
रिपोर्ट: ठाकराराम मेघवाल, बाड़मेर