![महाराष्ट्र दिवस](https://jagruktimes.co.in/wp-content/uploads/2024/05/%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A5%8D%E0%A4%B0-%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%B5%E0%A4%B8.webp)
नागपुर। महाराष्ट्र दिवस के मौके पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य और विश्व के सभी मराठी बंधुओं को शुभकामनाएं दी। उन्होंने उद्धव ठाकरे पर हमला बोलते हुए कहा कि वो हरदम बड़बड़ करते रहते हैं। महाराष्ट्र दिवस के मौके पर राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर स्थित कस्तूरचंद पार्क में ध्वजारोहण किया।
ध्वजारोहण के बाद परेड की सलामी ली। उन्होंने महाराष्ट्र दिवस पर राज्य की जनता एवं विश्व के सभी मराठी बंधुओं को शुभकामनाएं दी। जिस प्रकार महाराष्ट्र ने प्रगति की है, भविष्य में सामान्य लोगों की आशा, आकांक्षा, अपेक्षा को पूर्ण करेगा और आगे बढ़ता रहेगा। यह विश्वास है। उन्होंने लोगों से ज्यादा से ज्यादा वोट देने की अपील की।
‘उनका’ जवाब देना जरूरी नहीं : फडणवीस
उद्धव ठाकरे को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि व्यक्ति हरदम बड़बड़ करता रहता है, तो उसका उत्तर देना आवश्यक नहीं। हरदम बड़बड़ करने वाले की जगह क्या है, यह बताने की जरूरत नहीं है। उपमुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि आने वाले लोकसभा के चरणों के चुनाव में ज्यादा से ज्यादा मतदान करें।चुनाव आयोग ने मंगलवार को मतदान प्रतिशत के जो आंकड़े दिए हैं, उसे देखकर लग रहा है कि वोटिंग प्रतिशत कम नहीं है, इसलिए मतदान ज्यादा से ज्यादा हो, क्योंकि वोट देना अपना अधिकार है। अपना मत देना है, तो मतदान करना आवश्यक है।
भाजपा ने कभी कोई आदर्श नहीं बनाया: उद्धव
शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि बीजेपी के पूर्ववर्ती जनसंघ ने 1950 के दशक में शुरू हुए महाराष्ट्र राज्य के निर्माण के संघर्ष में भाग नहीं लिया था। महा विकास आघाड़ी यानी एमवीए में शामिल शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की संयुक्त चुनावी रैली में ठाकरे ने कहा कि भाजपा ने कभी कोई आदर्श नहीं बनाया।
उद्धव ने दावा किया कि वे कभी भी स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा नहीं थे। यहां तक कि संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन में भी भाजपा की मूल पार्टी जनसंघ ने कभी हिस्सा नहीं लिया। “मेरे दादा प्रबोधनकार ठाकरे, मेरे पिता (बाल ठाकरे) और चाचा श्रीकांत ठाकरे उस आंदोलन में सबसे आगे थे। जनसंघ संयुक्त महाराष्ट्र समिति का हिस्सा था। उनका उद्देश्य समिति में प्रवेश करना, कुछ मांगना और चले जाना था।