पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते और कर्नाटक की हासन से जद (एस) सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े अश्लील वीडियो मामले पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बयान दिया है। अमित शाह ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी का रुख एकदम साफ है कि हम देश की ‘मातृ शक्ति’ के साथ खड़े हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि वहां (कर्नाटक) सरकार किसकी है। सरकार तो कांग्रेस पार्टी की ही है। अब तक कांग्रेस ने कार्रवाई क्यों नहीं की है। हमें तो कार्रवाई नहीं करनी है क्योंकि यह राज्य की कानून व्यवस्था का मामला है।’
हम जांच के पक्ष में है
केंद्रीय मंत्री शाह ने कहा, ‘हम जांच के पक्ष में है और हमारे साथी दल JDS ने भी इसके खिलाफ कार्रवाई करने की घोषणा की है। आज उनके कोर कमेटी की मीटिंग होनी है जहां कदम उठाए जायेंगे।’ वही, कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा, ‘प्रियंका गांधी हमसे सवाल कर रही है। मैं प्रियंका से कहना चाहता हूं कि नरेंद्र मोदी और मुझसे सवाल पूछने के बजाय वहां कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से सवाल पूछिए। आपकी सरकार क्या कर रही है। आखिर जांच क्यों नहीं हो रही है।’
फेक वीडियो को फॉरवर्ड करने का काम किया
अमित शाह ने कहा, ‘विपक्ष की हताशा और निराशा इस स्तर पर पहुंच गई है कि उन्होंने मेरा और कुछ भाजपा नेताओं का फेक वीडियो बनाकर सार्वजनिक किया है। उनके मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष आदि ने भी इस फेक वीडियो को फॉरवर्ड करने का काम किया है। सौभाग्य से मैंने जो बोला था, उसकी भी रिकॉर्डिंग हुई थी। वो रिकॉर्ड हमने सबके सामने रखा, जिससे सब स्पष्ट हो गया और आज कांग्रेस के प्रमुख नेता क्रिमिनल ऑफेन्स का सामना कर रहे हैं।’
भाजपा SC, ST और OBC के आरक्षण की समर्थक
आरक्षण पर अमित शाह ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी एक झूठ फैलाकर जनता के बीच में एक भ्रांति पैदा करना चाहती है। मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि भारतीय जनता पार्टी SC, ST और OBC के आरक्षण की समर्थक है और हमेशा इसके संरक्षक के रूप में अपनी भूमिका निभाएगी। ये बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने सार्वजनिक भाषणों में स्पष्ट किया है। SC/ST, OBC के आरक्षण पर किसी राजनीतिक दल में अगर डाका डाला है, तो वो कांग्रेस पार्टी ने डाला है।’
पिछड़ा वर्ग का रिजर्वेशन कटा
शाह ने कहा, ‘सबसे पहले उन्होंने संयुक्त आंध्र प्रदेश में मुसलमानों को आरक्षण दिया, जिसके कारण OBC का रिजर्वेशन कटा। उसके बाद कर्नाटक में उन्होंने रातों-रात बिना किसी सर्वे, पिछड़ापन तय किए बगैर सारे मुसलमानों को OBC कैटेगरी में डालकर उनके लिए 4% का कोटा रिजर्व कर दिया, इससे भी पिछड़ा वर्ग का रिजर्वेशन कटा है।’