मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे की महायुति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बिना शर्त समर्थन की घोषणा को पार्टी में बड़ी प्रतिक्रिया के तौर पर देखा जा रहा है। राज ठाकरे के ऐलान के बाद मंगलवार देर शाम मनसे महासचिव कीर्ति कुमार शिंदे ने महासचिव पद और मनसे की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। शिंदे ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की।
कीर्ति कुमार शिंदे ने रोष जताते हुए लिखा, राजनीतिक भूमिकाओं का एक अथाह चक्र पूरा हो गया है, नेता अपनी भूमिका बदलते हैं, लेकिन जो लोग उनके विचारों पर विश्वास करते हैं और लड़ते हैं वे हार जाते हैं। ईडी, सीबीआई, आयकर जांच को ठंडे बस्ते में डाला जा रहा है और गैर-भाजपा राजनीतिक दलों के नेताओं और उनके करीबियों को वॉशिंग मशीन में धुलवाकर उन्हें पाला बदलने के लिए मजबूर किया जा रहा है। जो लोग उनके विचारों से सहमत हैं वे देशभक्त या हिंदू हैं, और जो लोग उनके विरोधी हैं वे राष्ट्र-विरोधी या गैर-हिंदू हैं।
इस नये समीकरण के कारण जातिवाद के नाम पर मनुष्य को मानवता से काटने का काम हो रहा है। मै विनम्रतापूर्वक कहता हूं कि मेरे जैसा व्यक्ति, जो अनुपलब्ध पुस्तकें प्रकाशित करके प्रबुद्ध लोगों की वैचारिक विरासत को संरक्षित करने का प्रयास करता है, वह उनके हिंदुत्व की वास्तविक राष्ट्रीयता को स्वीकार नहीं कर सकता।