पाली। राजपुरोहित प्रोडक्शन के बैनर तले व निर्देशक गजेन्द्र सिंह मण्डली के सफल निर्देशन में बनने वाली हिंदी फिल्म बाप-बेटी का शुभ मुहूर्त 7 अप्रेल को सुबह 9 बजे पाली के हेमावास चैराहे पर स्तिथ चाणक्य आश्रम में स्वामी जगदीशा नंद जी महाराज के आशिर्वाद से सम्पन्न होगा। फिल्म के मुख्य अभिनेता रमेश गुजरिया ने बताया कि निर्देशक गजेन्द्र सिंह मण्डली के सफल निर्देशन में नए व पुराने कलाकारों को लेकर बनाई जा रही है।
ये हिंदी फिल्म बाप-बेटी जिसके शूटिंग की शुरुआत 7 अप्रेल को चाणक्य आश्रम में बारह ज्योतिर्लिंग भोलेनाथ के मंदिर में की जाएगी और वहाँ दिन भर चाणक्य आश्रम में सीन नंबर 1 व सीन नंबर 7 का फिल्मांकन किया जाएगा। उंसके बाद अलग अलग लोकेशन पर शूटिंग होगी जो बेटियाँ बालिग होकर आजादी के नाम पर घर से भाग जाती और पूरे परिवार व माँ व बाप को जीते जी मार देती है और खुद भी बर्बाद होती है और अपने परिवार को भी बर्बाद करती है, इसी कहानी पर इस फिल्म का निर्माण किया जा रहा है।
फिल्म के लेखक, गीतकार, व गायक गजेन्द्र सिंह मण्डली है, फिल्म के संगीतकार गजेन्द्र सिंह मण्डली व राजकुमार वैष्णव है, फिल्म में बाप की मुख्य भूमिका गजेन्द्र सिंह मण्डली निभा रहे है, बेटी की भूमिका में निमिषा बारोट, माँ की भूमिका में ऋतुराज राठौड़(इंदरवाड़ा), खलनायक की भूमिका में रमेश गुजरिया, बेटे की भूमिका में प्रवीण गोयल, सच्चे दोस्त की भूमिका में मुम्बई से रामानुज भट्टड़ नजर आएंगे।
इसके अलावा प्रत्यंक राजपुरोहित, ताड़केश्वर शुक्ला, हनुमान मारवाड़ी(भीनमाल), नरेश शर्मा, विशाल सैनी, गूँजन बारोट, भगवत सिंह बरार(राजसमंद), लाभांश राजपुरोहित, राजकुमार राजपुरोहित(दिल्ली), रामचंद्र जांगिड़, भागीरथ साहू, संपत सैन, कुलदीप पँवार, प्रकाश जोशी, जितेन्द्र चैहान, प्रेम सुंडिया, किशनलाल सैन, कमलेश सागर, रुद्र साहू, निकिता व प्रतिज्ञा (किशनगढ़), ओमप्रकाश प्रजापत, मांगीलाल तँवर,मदन सिंह बालेछा, देव कुमार, चम्पालाल प्रजापत, गोविंद बंजारा आदि दर्जनो नए पुराने कलाकार अपना स्वभाविक अभिनय दिखाएंगे।
फिल्म की पूरी शूटिंग पाली शहर व आस पास के इलाकों में की जाएगी तथा इतनी साफ सुथरी पारिवारिक फिल्म बनाई जाएगी कि इस फिल्म को दादा और पोती एक साथ बैठकर देख सके और सिनेमाघरों के अलावा इस फिल्म को स्कूलों में भी हमारी बेटियों को दिखाया जाएगा ताकि कोई भी बेटी अपने परिवार को रुसवा ना करे और माँ बाप को आत्म हत्या करने पर मजबूर ना करे तथा कुल की मर्यादा को बनाए रखे कुल की मर्यादा को तार तार ना करे।