राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार (4 अप्रैल, 2024) को मुंबई में आईआईटी बॉम्बे में भारत की पहली होमग्रोन सीएआर-टी सेल थेरेपी का उद्घाटन किया। इस मौके पर महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस, आईआईटी बॉम्बे के निदेशक प्रोफेसर सुभासिस चौधरी, टाटा मेमोरियल सेंटर के निदेशक प्रोफेसर सुदीप गुप्ता, प्रोजेक्ट लीडर डॉ राहुल पुरवार भी मौजूद थे। इस दौरान राष्ट्रपति ने कार्यक्रम को संबोधित किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, ”सीएआर-टी सेल थेरेपी या काइमेरिक एंटीजन रिसेप्टर टी-सेल थेरेपी इम्यूनोथेरेपी और जीन थेरेपी का एक रूप है। रोगी की प्रतिरक्षा कोशिकाओं, विशेष रूप से टी कोशिकाओं को संशोधित करने और उन्हें कैंसर से लड़ने के लिए जटिल आनुवंशिक इंजीनियरिंग की जरूरत होती है। सीएआर-टी सेल थेरेपी को चिकित्सा विज्ञान में सबसे अभूतपूर्व प्रगति में से एक माना जाता है।”
CAR-T cell therapy or chimeric antigen receptor T-cell therapy is a form of immunotherapy and gene therapy. It requires complex genetic engineering to modify the patient immune cells, especially T cells, and make them fight cancer. CAR-T cell therapy is considered to be one of… pic.twitter.com/FRIjnZ3Su9
— President of India (@rashtrapatibhvn) April 4, 2024
राष्ट्रपति मुर्मू कहा, ”जैसा कि मैं इसे समझती हूं, आज लॉन्च की जा रही थेरेपी के बारे में नई बात यह है कि इसकी लागत अन्य जगहों पर उपलब्ध की तुलना में 90 प्रतिशत कम है। मुझे बताया गया है कि यह दुनिया की सबसे सस्ती सीएआर-टी सेल थेरेपी है। इसके अलावा यह ‘मेक इन इंडिया’ पहल का भी एक उदाहरण है। आत्मनिर्भर भारत’ का एक चमकदार उदाहरण।”
What is new about the therapy being launched today, as I understand it, is that it costs 90 percent less than what is available elsewhere. I am told that this is the world’s most affordable CAR-T cell therapy. Moreover, it is also an example of the ‘Make in India’ initiative; a… pic.twitter.com/c1ezkSQAuA
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राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ”भारत की पहली सीएआर-टी सेल थेरेपी उद्योग भागीदार इम्यूनोएसीटी के सहयोग से आईआईटी बॉम्बे और टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल के सहयोग से विकसित की गई है। इसलिए, हमारे पास अपने-अपने क्षेत्रों में भारत के दो अग्रणी अनुसंधान संस्थान हैं, जो मानवीय उद्देश्य के लिए उद्योग के साथ हाथ मिला रहे हैं।”
India’s first CAR-T cell therapy is developed through collaboration between the Indian Institute of Technology, Bombay and Tata Memorial Hospital in association with industry partner ImmunoACT. So, we have two of India’s pioneering research institutes in their respective fields,… pic.twitter.com/pTj8kEx9Mw
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राष्ट्रपति मुर्मू आगे कहा, ”मुझे बताया गया है कि यह थेरेपी देश भर के प्रमुख कैंसर अस्पतालों में उपलब्ध होगी, जिससे रोगियों और उनके परिवारों को नई आशा मिलेगी। इसके अलावा, यह किफायती उपचार दुनिया भर के सभी रोगियों के लिए उपलब्ध कराया जा सकता है। यह हमारे “वसुधैव कुटुंबकम” के दृष्टिकोण के अनुरूप होगा।”
I am told this therapy will be available across the country in major cancer hospitals, providing new hope to patients and their families. Moreover, this affordable treatment can be made available to all patients across the world. That will be in tune with our vision of… pic.twitter.com/SfJDWHEAd2
— President of India (@rashtrapatibhvn) April 4, 2024
जानकारी के मुताबिक, सीएआर-टी सेल थेरेपी उत्पाद को आईआईटी बॉम्बे और टाटा मेमोरियल सेंटर (टीएमसी) के बीच सहयोग से विकसित किया गया है। आईआईटी बॉम्बे में डिजाइन और विकसित की गई इस थेरेपी का इम्यूनोएसीटी में इंटरग्रेटेड प्रोसेस विकास और मैन्युफैक्चरिंग किया गया है।
बता दे कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एक दिवसीय दौरे पर आज मुंबई पहुंचीं। छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर राज्यपाल रमेश बैस ने उनका स्वागत किया।
President of India Droupadi Murmu arrived in Mumbai on a day's visit. Maharashtra Governor Ramesh Bais welcomed the President at the Chhatrapati Shivaji Maharaj Airport Mumbai. pic.twitter.com/M50ZD2dz9L
— Governor of Maharashtra (@maha_governor) April 4, 2024