प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (20 मार्च, 2024) को नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में स्टार्टअप महाकुंभ का उद्घाटन किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम को भी संबोधित किया। पीएम मोदी ने स्टार्टअप महाकुंभ को संबोधित करते हुए कहा कि देश 2047 के विकसित भारत के रोडमैप पर काम कर रहा है, ऐसे समय में स्टार्टअप महाकुंभ का बहुत महत्व है। उन्होंने कहा कि बीते दशकों में हमने देखा है कि भारत ने कैसे IT और सॉफ्टवेयर सेक्टर में अपनी छाप छोड़ी है। अब हम भारत में इनोवेशन और स्टार्टअप कल्चर का ट्रेंड लगातार बढ़ता हुआ देख रहे हैं।
राजनीति में तो बार-बार होता है लॉन्च : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि स्टार्टअप लॉन्च तो बहुत लोग करते हैं, राजनीति में तो ये बहुत ज्यादा होता है और बार बार लॉन्च करना पड़ता है। आप में और उनमें फर्क ये है कि आप लोग प्रयोगशील होते हैं, एक अगर लॉन्च नहीं हुआ तो तुरंत दूसरे पर चले जाते हैं।
भारत ने सही समय पर लिए सही निर्णय : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि भारत आज अगर ग्लोबल स्टार्टअप स्पेस के लिए नई उम्मीद, नई ताकत बनकर उभरा है, तो इसके पीछे एक सोचा समझा विजन रहा है। भारत ने सही समय पर सही निर्णय लिए हैं। सही समय पर स्टार्टअप को लेकर काम शुरू किया। देश ने स्टार्टअप इंडिया अभियान के तहत इनोवेटिव आइडियाज को एक प्लेटफॉर्म दिया, उनको फंडिंग के सोर्स से कनेक्ट किया। शैक्षणिक संस्थानों में इनक्यूबेटर स्थापित करने का अभियान भी चलाया और उसकी बाल वाटिका के रूप में हमने ‘अटल टिंकरिंग लैब’ शुरू की।
स्टार्टअप का नेतृत्व छोटे शहरों के युवा कर रहे हैं : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की स्टार्टअप क्रांति का नेतृत्व आज देश के छोटे शहरों के युवा कर रहे हैं। मुझे खुशी है कि आज एग्रीकल्चर, टेक्सटाइल, मेडिसिन, ट्रांसपोर्ट, स्पेस और यहां तक कि योग और आयुर्वेद के स्टार्टअप भी शुरू हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि स्पेस के 50 से अधिक सेक्टर्स में भारत के स्टार्टअप्स बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। आलरेडी हमारे स्टार्टअप स्पेस शटल लॉन्च करने लगे हैं।
स्टार्टअप इकोसिस्टम बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि ‘स्टार्टअप इंडिया’ पहल ने नवीन विचारों के लिए एक मंच प्रदान किया, उन्हें फंडिंग स्रोतों से जोड़ा और ‘टिंकरिंग लैब्स’ और ‘इनक्यूबेटिंग लैब्स’ शुरू की। ऐसे सभी प्रयासों से टियर 2 और टियर 3 शहरों के युवाओं को अपने विचारों को विकसित करने में मदद मिली। आज हम गर्व से कह सकते हैं कि हमारा स्टार्टअप इकोसिस्टम बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं है। दरअसल, छोटे शहरों के युवा स्टार्टअप इकोसिस्टम में क्रांति का नेतृत्व कर रहे हैं।
भारत की युवा शक्ति का सामर्थ्य देख रही है पूरी दुनिया : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की युवा शक्ति का सामर्थ्य आज पूरी दुनिया देख रही है। इस सामर्थ्य पर भरोसा करते हुए देश ने स्टार्टअप इकोसिस्टम निर्माण की तरफ अनेक कदम उठाए हैं। भारत ने स्टार्टअप-20 के तहत दुनिया भर के स्टार्टअप इकोसिस्टम को एक साथ लाने का प्रयास किया है। इसी भारत मंडपम में G-20 के दिल्ली डिक्लेरेशन में पहली बार स्टार्टअप को न सिर्फ इनक्लूड किया गया, बल्कि उन्हें नेचुरल इंजन ऑफ ग्रोथ भी माना गया।
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। 1.25 लाख से अधिक पंजीकृत स्टार्टअप हैं, जो 12 लाख से अधिक लोगों के लिए रोजगार पैदा करते हैं। भारत में 110 से अधिक यूनिकॉर्न हैं। हमारे स्टार्टअप ने 12,000 से अधिक पेटेंट पंजीकृत किए हैं। उन्होंने कहा कि इस अंतरिम बजट में एक बहुत बड़ा निर्णय हुआ है। रिसर्च और इनोवेशन के लिए 1 लाख करोड़ रुपये के फंड की घोषणा की गई है।
UPI ने हमारे प्रयासों को किया मजबूत : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि G20 शिखर सम्मेलन के दौरान, विभिन्न देशों के नेता हमारे UPI से आश्चर्यचकित थे। UPI ने वित्तीय समावेशन के हमारे प्रयासों को मजबूत किया है। इसने भारत को ग्रामीण-शहरी विभाजन को पाटने में मदद की है। भारत ने प्रौद्योगिकी के उपयोग का लोकतंत्रीकरण किया है। हम ‘सम्पन्न और वंचित’ की बहस से ऊपर उठ चुके हैं।