श्रीराम लला की जन्मभूमि अयोध्या नगरी में रामोत्सव-24 मनाया जा रहा है। जिसमें देश के कोने कोने से अनेक कलाकार भिन्न भिन्न मंचों पर भिन्न भिन्न प्रस्तुतियाँ दे रहे हैं। इसी के तहत आयोजित काव्य श्रृंखला के अंतर्गत महाशिवरात्रि पर्व एवं अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राम दरबार प्रांगण में समिति द्वारा एक अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
11 कवियों से सुसज्जित इस मंच के संचालन का दायित्व फालना की कवयित्री डॉ कविता”किरण” को सौंपा गया। जहाँ न केवल डॉ कविता”किरण” के सफल मंच संचालन की सराहना हुई…
वहीं उनकी पंक्तियां.. आएंगे कुछ तो पुण्य मेरे काम एक दिन, मैं भी करूंगी तीर्थ अयोध्या धाम एक दिन, हो देर या सवेर मगर मुझको है यकीं मुझको बुला ही लेंगे मेरे राम एक दिन एवं दसों दिशाएं करती वंदन अर्चन जी नाम की, जय बोलो श्री राम की जय बोल, जय भक्तों की निष्ठा जय रामभक्ति निष्काम की, जय बोलो श्री राम की जय बोलो, को श्रोताओं की ढेरों दाद एवम वाहवाही मिली। श्रोताओं ने उनके सुर में सुर मिलाकर श्रीराम नाम के जयकारे लगाए।