केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लिए पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग को लेकर पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक आमरण अनशन पर बैठ गए है। केंद्र सरकार के संग बैठक विफल होने के बाद सोनम वांगचुक ने ये कदम उठाया है। शनिवार (9 मार्च, 2024) को वांगचुक के आमरण अनशन का चौथा दिन है। वांगचुक ने बुधवार (6 मार्च, 2024) से अनशन पर बैठना शुरू किया।
LADAKH'S TALKS WITH CENTRE FAIL
I started my fast of 21 days (extendable till death) today in a large gathering…
Please watch full video here:https://t.co/OLHPuP1wly
English version coming soon… #SaveLadakh #SaveHimalayas #MeltingGlaciers #ILiveSimply pic.twitter.com/bRiuwVFOiQ
— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) March 6, 2024
दरअसल, केंद्र के साथ लेह एपेक्स बॉडी (एलएबी) और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (केडीए) की बैठक विफल रही। इसके बाद लेह धार्मिक संगठन ने लेह बंद बुलाया। इसके साथ ही NDS स्टेडियम में रैली की गई। इस रैली में कई संगठनों और राजनीतिक दलों ने भाग लिया। रैली में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे।
DAY 2 OF OUR #CLIMATEFAST IN LADAKH…
Under the open sky in – 15 C°
So that truth prevails in this great nation…#SaveLadakh #SaveGlaciers #SaveHimalayas #6THSCHEDULE pic.twitter.com/x9HtNcvFAd
— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) March 7, 2024
आमरण अनशन की घोषणा
बता दे कि सोनम वांगचुक ने रैली को संबोधित करते हुए आमरण अनशन की घोषणा की। रैली में हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। इसमें महिलाओं ने भी हिस्सा लिया। दरअसल, लेह एपेक्स बॉडी और कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस की ओर से लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने, केंद्र शासित प्रदेश को संविधान की 6वीं अनुसूची में शामिल करने और काफी ऊंचाई स्थित क्षेत्र के लिए एक विशेष लोक सेवा आयोग की स्थापना की मांग की जा रही है।
DAY 2 OF OUR #CLIMATEFAST IN LADAKH…
Under the open sky in – 15 C°
So that truth prevails in this great nation…#SaveLadakh #SaveGlaciers #SaveHimalayas #6THSCHEDULE pic.twitter.com/x9HtNcvFAd
— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) March 7, 2024
21 दिनों के अनशन की शुरूआत
मिली जानकारी के अनुसार, सोनम वांगचुक ने लद्दाख के लोगों की मांग के समर्थन में 21 दिनों के अनशन की शुरूआत कर दी है। केंद्र के साथ चौथी बातचीत के विफल होने के बाद वांगचुक ने लेह में आमरण अनशन की शुरूआत की। वांगचुक के मुताबिक, अगर सरकार लद्दाख के लोगों के साथ किए गए वादे को पूरा नहीं करती है तो उनका ये अनशन 21 दिन तक लगातार जारी रहेगा।
2019 में केंद्र शासित राज्य बना था लद्दाख
जानकारी के मुताबिक, 5 अगस्त 2019 को लद्दाख अलग केंद्र शासित राज्य बना था। केंद्र की मोदी सरकार ने साल 2019 में जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 रद्द कर दिया था। इसके साथ ही जम्मू कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया। जम्मू कश्मीर में विधानसभा होगी, जबकि जबकि लद्दाख बिना विधानसभा वाला केंद्र शासित राज्य बनाया गया।
लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग
लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग हो रही है। जम्मू-कश्मीर के विभाजन के बाद से ही पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग उठ रही है। इसके अलावा संविधान की 6वीं अनुसूची को लागू करने की मांग की जा रही है। साथ ही PSC और जॉब में रिजर्वेशन समेत की अन्य मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
#SAVELADAKH #SAVEHIMALAYAS
Sonam Wangchuk appeals to the world to live simply,
starts #ClimateFast of 21 days (extendable till death)
Please watch full video in English here:https://t.co/XHkcIdQQ7b#ILiveSimply #MissionLiFE #ClimateActionNow pic.twitter.com/KQi5EMro9X
— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) March 6, 2024
कौन हैं सोनम वांगचुक?
जानकारी के मुताबिक, सोनम वांगचुक का जन्म 1966 में हुआ था। वांगचुक को साल 2018 में मैगसेसे अवार्ड मिल चुका है। बता दे कि सोनम के व्यक्तित्व ने साल 2009 की फिल्म ‘3 इडियट्स’ में आमिर खान द्वारा निबंधित फुनसुख वांगडू के काल्पनिक चरित्र को प्रेरित किया।
सोनम वांगचुक अपने स्कूल, स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख की स्थापना जाने जाते है। वांगचुक ने साल 1988 में लद्दाखी बच्चों और युवाओं का समर्थन करने और उन छात्रों को प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से SECMOL की स्थापना की। उन्होंने साल 1994 में सरकारी स्कूलों की व्यवस्था में सुधार लाने के लिए ऑपरेशन न्यू होप लॉन्च किया था।