प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (27 फरवरी, 2024) को केरल के तिरुवनंतपुरम में मौजूद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के सबसे बड़े विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर का दौरा किया।
पीएम मोदी के साथ केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, राज्य मंत्री मुरलीधरन और इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ भी मौजूद रहे। बता दे नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने देश के इस महत्वपूर्ण केंद्र का दौरा किया है।
इस दौरान पीएम मोदी ने गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के उपकरणों को देखा। इस दौरान इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने पीएम मोदी को गगनयान कार्यक्रम और विभिन्न उपकरणों की जानकारी भी दी।
बता दे, इस मौके पर पीएम मोदी ने इसरो की तीन प्रमुख तकनीकी इकाइयों का उद्घाटन किया। ये तीनों प्रोजेक्ट 1800 करोड़ रूपये के है। माना जा रहा है कि इन प्रोजेक्ट्स से इसरो काफी आगे बढ़ेगा और अधिक से अधिक रॉकेट लॉन्च कर पाएगा और ज्यादा सैटेलाइट्स अंतरिक्ष में भेज पाएगा।
इस सेंटर में पीएम मोदी ने ट्राइसोनिक विंड टनल प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया। इसके अलावा सतीश धवन स्पेस सेंटर में पीएसएलवी एकीकरण सुविधा (PIF) और महेंद्रगिरि के इसरो प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स में नई सेमी-क्रायोजेनिक्स इंटीग्रेटेड इंजन और स्टेज टेस्ट फैसिलिटी का भी उद्घाटन किया। बता दें कि वीएसएससी इसरो का प्रमुख केंद्र है, जो लॉन्च व्हीकल टेक्नोलॉजी के डिजाइन और विकास के लिए सबसे अहम इकाई है।
चार अंतरिक्ष यात्रियों के नामों की घोषणा
इस दौरान पीएम मोदी ने उन चार अंतरिक्ष यात्रियों के नामों की घोषणा की, जो देश के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन-‘गगनयान’ के लिए प्रशिक्षण ले रहे हैं। इनमें प्रशांत बालाकृष्णन नायर, अंगद प्रताप, अजीत कृष्णन और शुभांशु शुक्ला गगनयान मिशन के लिए चुने गए अंतरिक्ष यात्री हैं। इसके आलावा पीएम मोदी ने चारों अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष यात्री पंख भी प्रदान किए।
40 वर्ष के बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष में जाने वाला है : पीएम मोदी
इस अवसर पर पीएम मोदी ने कार्यक्रम को भी संबोधित किया। पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि हम सभी आज एक ऐतिहासिक सफर के साक्षी बन रहे हैं।
अब से कुछ देर पहले देश पहली बार अपने 4 गगनयान यात्रियों से परिचित हुआ। ये सिर्फ 4 नाम और 4 इंसान नहीं हैं, ये 140 करोड़ aspirations को स्पेस में ले जाने वाली 4 शक्तियां हैं। 40 वर्ष के बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष में जाने वाला है। लेकिन इस बार टाइम भी हमारा है, काउंटडाउन भी हमारा है और रॉकेट भी हमारा है।
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अपना झंडा फहराने वाला दुनिया का पहला देश बना था भारत : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले साल भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अपना झंडा फहराने वाला दुनिया का पहला देश बना था। आज शिव शक्ति पॉइंट पूरी दुनिया को भारत की ताकत से परिचित करा रहा है। मुझे ये जानकर बहुत अच्छा लगा कि गगनयान में use होने वाले ज्यादातर उपकरण ‘Made in India’ है।
ये कितना बड़ा संयोग है कि जब भारत दुनिया की टॉप 3 इकोनॉमी बनने के लिए उड़ान भर रहा है, उसी समय भारत का गगनयान भी हमारे space sector को एक नई बुलंदी पर के जाने वाला है।
हमारे स्पेस सेक्टर में नारी शक्ति को बहुत महत्व दिया जा रहा है : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे स्पेस सेक्टर में नारी शक्ति को बहुत महत्व दिया जा रहा है। चंद्रयान हो या गगनयान, महिला वैज्ञानिकों के बिना ऐसे किसी भी मिशन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। 21वीं सदी का भारत, विकसित होता हुआ भारत, आज दुनिया को अपने सामर्थ्य से चौंका रहा है। पिछले 10 वर्षों में हमने लगभग 400 सेटेलाइट लॉन्च किए हैं, जबकि इससे पहले के 10 वर्षों में मात्र 33 सेटेलाइट लॉन्च किए गए थे।