जूनियर इंजीनियर (JEN) भर्ती-2020 पेपर लीक मामले में शामिल बदमाशों और उनके परिवार पर SOG ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है। एसओजी पेपर लीक में शामिल चारों आरोपियों की प्रॉपर्टी सीज करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए एसओजी ने नगर निगम, जेडीए और जिला प्रशासन से संपत्ति की डिटेल मांगी है।
20 से ज्यादा एग्जाम में फर्जीवाड़ा मास्टरमाइंड की पत्नी पर भी केस
वहीं, मास्टरमाइंड हर्षवर्धन कुमार मीणा की पत्नी सरिता मीणा के खिलाफ भी एसओजी ने गुरुवार को एफआईआर दर्ज कर ली है। हर्षवर्धन ने पूछताछ में एसओजी को बताया- उसकी पत्नी ने पटवारी रहने के दौरान एसआई का पेपर दिया था। पेपर में पत्नी की जगह डमी कैंडिडेट बैठाया था।
पत्नी एग्जाम में पास हो गई, लेकिन फिजिकल टेस्ट में फेल हो गई थी। एडीजी एसओजी वीके सिंह ने बताया- एसओजी की 10 दिन की रिमांड पर चल रहे पटवारी हर्षवर्धन मीणा, टीचर राजेंद्र कुमार यादव, एसआई राजेंद्र कुमार यादव उर्फ राजू और लाइब्रेरियन शिवरतन मोट से अब तक हुई पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
टीचर राजेंद्र कुमार यादव ने जयपुर के खातीपुरा स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल में 25 साल से ड्यूटी करते हुए 20 से अधिक प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक किए हैं।
इसे हर्षवर्धन ने 50 से 60 लाख रुपए में बेचा। हर्षवर्धन ने ये पेपर अलग-अलग लोगों के माध्यम से बेचे। वह अपने परिवार के कई लोगों की नौकरी भी लगवा चुका है। एसओजी उन सभी की डिटेल निकाल रही है। हर्षवर्धन के सभी करीबी और रिश्तेदारों से एसओजी पूछताछ कर एफआईआर दर्ज करेगी। एडीजी एसओजी वीके सिंह ने बताया- पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हुए आरोपियों की संपत्ति का आकलन किया जा रहा है।
एसओजी की एक टीम इनकी संपत्ति को लेकर अलग-अलग जगहों पर काम कर रही है। निगम, जेडीए, जिला प्रशासन से इन चारों की संपत्ति की डिटेल ली गई है। इस आधार पर इनकी संपत्ति को नए कानून के तहत सीज या कुर्क किया जाएगा। जिन विभाग में ये चारों लोग काम कर रहे हैं, उन विभाग को भी लेटर लिखकर इनके खिलाफ एक्शन के लिए कहा जाएगा।
उन्होंने बताया- नए कानून के तहत जितने भी प्रावधान हैं, वो सभी इन पर लगाए जाएंगे। कानून के दायरे में जो भी आएगा, उसके खिलाफ भी कड़ा एक्शन लिया जाएगा।