एपीओ हुए तो छुटिटया छोड़ सांचौर लौटे, रात्रि में आवास से ही कामकाज निपटाने लगे आयुक्त, कार्मिकों को रात्रि में बुलाया, सरकारी आवास पर शराब पार्टी के भी आरोप लगे। सांचौर परिवार में शादी समारोह में भाग लेने गये सांचौर नगर परिषद आयुक्त श्रवण जाट के एपीओ आदेश होते ही छुट्टियों को बीच में छोड़ सांचौर लौट आये।
इस दौरान रात्रि में कार्मिकों अपने सरकारी आवास में बुलाकर फाईले मंगवा ली और निस्तारण करने लगे, जिसकी भनक आसपास के लोगों को होने पर हंगामा हो गया। वहीं घटना के विरोध में पार्षद भी पहुंच गये।
इस दौरान पार्षदो ने एपीओ हुए अधिकारी द्वारा रात्रि को नियम विरूद्ध फाईलों के निस्तारण का विरोध किया और मामले में कार्यवाही की मांग की। इस दौरान घटना को लेकर लोगो ने प्रशासनिक अधिकारियों को मामले की जानकारी दी व कार्यवाही की मांग की, जिस पर सांचौर तहसीलदार रायसिंगाराम मौकास्थल पर पहुंचे और मामले में कार्यवाही का भरोसा दिलाया।
इस दौरान तहसीलदार द्वारा नगर परिषद आयुक्त को कॉल लगाया किन्तु उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया, जिस पर मौजूद लोगो द्वारा सरकारी आवास में शराब पार्टी का आरोप लगाते हुए मामले में कार्यवाही करने की मांग की। इस दौरान आयुक्त के कक्ष पर ताला नहीं लगा हुआ था।
वहीं नगर परिषद के सभागार में परिषद के रिकार्ड के सरकारी कागज बिखरे पड़े थे, जिसमें लाईटे भी जल रही थी, जबकि मौका स्थल पर कोई चौकीदार मौजूद नहीं था। नगर परिषद के सरकारी आवास में शराब पार्टी करने के बाद आयुक्त देर रात्रि साईकिल पर बाहर निकले। इस दौरान मौका स्थल पर मौजूद लोगो ने आयुक्त से जानना चाहा तो वे शराब के नशे में कुछ बोल नहीं पा रहे थे।
वहीं दूसरी ओर नगर परिषद के सभागार में बिखरे पड़े सरकारी दस्तावेज व अन्य आपतिजनक पदार्थो को देखकर पार्षदों ने ऑडिट पार्टी से भी मिलीभगत का आरोप लगाया। रात्रिकालीन में किस आधार पर ऑडिट होती है जो नियम के विरूद्ध है, जिसको लेकर कार्यवाही की मांग कीगई। पार्षदों ने आरोप लगाया कि कोटेशन के टेन्डर का भुगतान व कुछ फाईलों पर हस्ताक्षर करने की आशंका से रात्रि में इस प्रकार की भ्रष्ट हरकतें की जा रही है।
जिसके सीसीटीवी केमरे की रिकोर्डिंग मंगवाकर कार्यवाही करनी वहीं दुसरी ओर नगर परिषद के आयुक्त की सरकारी गाड़ी रात्रि को ११ बजे परिषद के आगे निजी व्यक्ति चला रहा था, जिसकी जानकारी प्रशासन को होने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं की।
इनका कहना है
परिषद के आयुक्त एपीओ होने के बावजूद रात्रि नियम विरूद्ध पार्टी करते हैं और कार्मिकों को बुलकार कोटेशन बिल का पेंमेट ठेकेदारों को कर रहे हैं, जो िक गलत है। आयुक्त की सरकारी गाड़ी को निजी व्यक्ति चला रहा है, जिसकी जांच होनी चाहिये। वहीं परिषद के दस्तावेज संरक्षण में लेकर प्रशासन को अपनी निगरानी में लेना चाहिये ।
- विक्रम गवारिया, पार्षद नगर परिषद सांचौर
सरकार द्वारा एपीओ हुआ हूं, रिलीव नही हुआ हूं तो काम तो करूंगा। अगर नियम विरुद्ध अगर कोई काम हो रहा तो उसकी जांच की जाये।
- श्रवण कुमार, आयुक्त नगर परिषद सांचौर