यात्रियों से जबरदस्त प्रतिसाद मिलने के फलस्वरूप मध्य रेल पर विस्टाडोम कोच लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं। चाहे वह मुंबई-गोवा मार्ग पर घाटियों, नदियों और झरनों का मनमोहक दृश्य हो या मुंबई-पुणे मार्ग पर पश्चिमी घाट का शानदार दृश्य, ग्लास टॉप और चौड़ी खिड़कियों वाले ये कोच हिट साबित हुए हैं। अप्रैल 2023 से जनवरी 2024 तक मध्य रेल की ट्रेनों में चलने वाले विस्टाडोम कोचों का प्रदर्शन इस प्रकार है। इस अवधि के दौरान इन ट्रेनों की कुल आक्यूपेंसी 1.47 लाख यात्रियों की रही, जिससे रु.21.95 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ।
आक्यूपेंसी के अनुसार
11007/11008 मुंबई-पुणे-मुंबई डेक्कन एक्सप्रेस 99.50% यानी 26,269 यात्रियों की ऑक्यूपेंसी के साथ सबसे आगे है, इसके बाद 12125/12126 मुंबई-पुणे-मुंबई प्रगति एक्सप्रेस है, जिसमें 99.17% यानी 26,183 यात्री आक्यूपेंसी के साथ।
12051/12052 सीएसएमटी-मडगांव- सीएसएमटी जनशताब्दी एक्सप्रेस 97.13% यानी 25,644 यात्रियों की ऑक्यूपेंसी के साथ, 12123/12124 मुंबई-पुणे-मुंबई डेक्कन क्वीन 94.8% यानी 25,030 यात्रियों की ऑक्यूपेंसी के साथ, 22119/22120 मुंबई-करमली- मुंबई तेजस एक्सप्रेस 91.02% यानी 24,031 यात्रियों की ऑक्यूपेंसी के साथ और 12025/12026 पुणे-सिकंदराबाद-पुणे शताब्दी एक्सप्रेस 76.78% यानी 20,272 यात्रियों की ऑक्यूपेंसी के साथ चल रही हैं।
राजस्व के अनुसार
22119/22120 मुंबई-करमली-मुंबई तेजस एक्सप्रेस.18 करोड़ रुपये के राजस्व के साथ सबसे आगे है, इसके बाद 12051/12052 सीएसएमटी-मडगांव- सीएसएमटी जनशताब्दी एक्सप्रेस है जिसका राजस्व 5.14 करोड़ रुपये है।
12025/12026 पुणे-सिकंदराबाद-पुणे शताब्दी एक्सप्रेस 4.16 करोड़ रुपये के राजस्व के साथ, 12123/12124 मुंबई-पुणे-मुंबई डेक्कन क्वीन 2.29 करोड़ रुपये के राजस्व के साथ, 12125/12126 मुंबई-पुणे-मुंबई प्रगति एक्सप्रेस 2.29 करोड़ रुपये के राजस्व के साथ। 2.20 करोड़ रुपये के राजस्व के साथ 11007/11008 मुंबई-पुणे-मुंबई डेक्कन एक्सप्रेस 1.98 करोड़ रुपये का राजस्व के साथ चल रही हैं।
विस्टाडोम कोच पहली बार 2018 में आया
विस्टाडोम कोच पहली बार 2018 में मुंबई-मडगांव जनशताब्दी एक्सप्रेस में सीआर पर पेश किए गए थे। यात्रियों की भारी मांग के कारण, मुंबई-मडगांव रूट पर दूसरा विस्टाडोम कोच 15 सितंबर 2022 से तेजस एक्सप्रेस से जोड़ा गया था। इन कोचों की अपार लोकप्रियता के कारण 26 जून 2021 से मुंबई-पुणे डेक्कन एक्सप्रेस में इन कोचों की शुरुआत की गई और यात्रियों की मांग को देखते हुए, मुंबई-पुणे रूट पर दो और विस्टाडोम कोच 15 अगस्त 2021 से डेक्कन क्वीन से जोड़े गए। 2021 और प्रगति एक्सप्रेस में 25 सितंबर 2022 से और साथ ही पुणे-सिकंदराबाद शताब्दी एक्सप्रेस में भी 10 अगस्त 2022 से एक विस्टाडोम कोच। विस्टाडोम कोच में कांच की छत के अलावा कई अन्य विशेषताएं हैं जैसे चौड़ी खिड़की के शीशे, एलईडी लाइटें, घूमने हुए स्लाइिडंग इत्यादि।