अंचल में इन दिनों राज्य सरकार के आदेश के विपरीत देर रात तक चोरी छुपे शराब की दुकानों से सुरा की बिक्री धड़ल्ले से जारी है। देर रात तक दुकानों के आगे खड़े सुरा के शौकीनों को सहजता से देखा जा सकता है। वहीं शराब दुकान संचालक शटर, चोर खिडक़ी-दरवाजों से खुलेआम शराब बिक्री कर रहे हैं। इन सबके बावजूद आबकारी महकमा व पुलिस नियमों की पालना करवाने में फिसडडी साबित हो रहे हैं।
अंकित मूल्य से अधिक की वसूली
शराब की अधिकांश दुकानों के आसपास का क्षेत्र मधुशाला में तब्दील हो चुका है। शराब की दुकानों से सटकर शराब परोसी जा रही है। जहां सुर के शौकीन पियक्कड़ों का जमावड़ा सहजता से देखा जा सकता है। सब कुछ खुले आम चलने के बावजूद आबकारी महकमा और स्थानीय पुलिस कुंभकर्णी नींद में है।
वहीं शराब विक्रेताओं की ओर से अंकित मूल्य से अधिक दाम वसूले जा रहे है। इस बात को लेकर कई बार ग्राहकों व दुकानदार में विवाद हो चुका है। मारपीट तक हो चुकी है। मामले पुलिस तक भी पहुंच चुके हैं। लेकिन अंकित मूल्य से अधिक वसूली बदस्तूर जारी है।
खिड़की और शटर को काटकर बनाए झरोखे
राज्य सरकार की ओर से शराब की दुकान रात 8 तक की खुली रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बावजूद शराब दुकानदार रातभर चोर दरवाजे से मदिरा की बिक्री कर कर रहे हैं। दुकान में चोर दरवाजे, खिडक़ी और शटर को काटकर बनाए गए झरोखे से शराब बेची जा रही है।
ऐसा नहीं है कि आबकारी महकमें व पुलिस को इसकी भनक न हो। लेकिन, सब कुछ चलता है िक तर्ज पर देर रात तक शराब बेचने का खेल जारी है। कार्रवाई के मामले में तो आबकारी महकमा सफेद हाथी का पर्याय बना हुआ है। शहर के बस स्टैंड के आसपास, मानपुर, आकरा भटटा, तलहटी, सातपुर, रीको क्षेत्र, मावल, अंबाजी रोड, सियावा, जाम्बुड़ी में शराब दुकानदारों की ओर से देर रात तक शराब बेची जा रही है।