
जैसलमेर (Jaisalmer) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष (स्थापना के 100 वर्ष) के उपलक्ष्य में, देश भर में चल रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला के तहत जैसलमेर में एक विशाल ‘प्रमुख जन गोष्ठी’ का सफल आयोजन किया गया। इस गोष्ठी के माध्यम से संघ ने न केवल अपनी 100 वर्ष की ऐतिहासिक यात्रा को याद किया, बल्कि ‘पंच परिवर्तनों’ के माध्यम से अगले एक शताब्दी के लिए राष्ट्र निर्माण का स्पष्ट रोडमैप भी प्रस्तुत किया।मंच पर बाड़मेर विभाग सह संघ संचालक अमृतलाल दैया और जैसलमेर जिला सह संघ संचालक पुराराम उपस्थित थे। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता, प्रांत प्रचार प्रमुख पंकज कुमार ने ओजस्वी संबोधन में वर्तमान परिदृश्य में संघ की भूमिका और अपेक्षाओं पर प्रकाश डाला।पंकज कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि संघ की 100 वर्ष की यात्रा राष्ट्र के लिए तपस्या, संगठन और सतत कार्य का उदाहरण है। उन्होंने बताया कि इन 100 वर्षों को चार चरणों में बाँटा जा सकता है, जो संघ के क्रमिक विकास, वैचारिक विस्तार और राष्ट्रव्यापी स्वीकृति को दर्शाते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रत्येक चरण में संघ ने आने वाली चुनौतियों का सामना करते हुए राष्ट्र के सांस्कृतिक, सामाजिक और नैतिक उत्थान पर ध्यान केंद्रित रखा।प्रांत प्रचार प्रमुख ने संघ के शताब्दी वर्ष संकल्प को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत को विश्व गुरु के रूप में स्थापित करने के लिए समाज के प्रत्येक नागरिक को अपने जीवन में पाँच मौलिक परिवर्तन लाने होंगे। पंकज कुमार ने कहा कि सामाजिक समरसता द्य जाति, पंथ और वर्ग के आधार पर भेदभाव रहित समाज का निर्माण। एकता, प्रेम और परस्पर सम्मान से युक्त वातावरण स्थापित करना।कुटुंब प्रबोधन परिवार व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना। घरों में संस्कार, अनुशासन, भारतीय मूल्यों और राष्ट्रभक्ति की भावना का संचार करना।पर्यावरण संरक्षण : जलसंरक्षण, वृक्षारोपण और प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करना। प्रत्येक व्यक्ति को प्रकृति – अनुकूल जीवनशैली अपनानी होगी। स्वदेशी आचरण द्य स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल देने के लिए देश में बनी वस्तुओं का उपयोग करना और आत्मनिर्भर भारत के विचार को व्यवहार में लाना।: नागरिक कर्तव्यबोधअधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के प्रति सजगता । स्वच्छता, कानून का पालन, मतदान और सामाजिक सहयोग जैसे कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करना।पंकज कुमार ने आह्वान किया कि यह पांच परिवर्तन केवल संघ के कार्यकर्ताओं के लिए नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र के लिए एक गाइडलाइन हैं। उन्होंने कहा, जब समाज का हर व्यक्ति इन पांचों बिंदुओं पर काम करेगा, तभी भारत विश्व के पटल पर अपनी वास्तविक शक्ति के साथ खड़ा हो पाएगा।कार्यक्रम में जैसलमेर नगर, खुहड़ी, रामगढ़, मोहनगढ़, चांधन तथा फतेहगढ़ के प्रमुख जन तथा मातृ शक्ति उपस्थित रही।कार्यक्रम की समाप्ति पर पूराराम ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
रिपोर्ट – कपिल डांगरा
