
राजसमंद (Rajsamand) भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विशेष गहन पुनरीक्षण एसआईआर की प्रक्रिया 28 अक्टूबर से प्रारंभ हो गई है जो 7 फरवरी 2026 तक चलेगी। इस प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूची को पूर्णतः सटीक, पारदर्शी और अद्यतन बनाना है ताकि प्रत्येक पात्र नागरिक को मतदान का अधिकार सुनिश्चित हो सके। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला कलक्टर अरुण कुमार हसीजा ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर अभियान की विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं एडीएम नरेश बुनकर भी उपस्थित रहे। कलक्टर हसीजा ने बताया कि वर्ष 2025 में राजसमंद जिले की चारों विधानसभा क्षेत्रों में कुल 9,65,898 मतदाता पंजीकृत हैं, जिनमें भीम विधानसभा में 2,40,492, कुंभलगढ़ में 2,34,671, राजसमंद में 2,41,821 तथा नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र में 2,48,914 मतदाता शामिल हैं। जिले में वर्तमान में कुल 988 मतदान केन्द्र हैं, जिन्हें पुनर्गठन के पश्चात बढ़ाकर 1134 किया जाएगा। 1200 से अधिक मतदाताओं वाले केन्द्रों के पुनर्गठन के बाद कुल 146 नवसृजित मतदान केन्द्र बनाए गए हैं ताकि मतदाताओं को अपने निकटतम क्षेत्र में मतदान की सुविधा मिल सके। हसीजा ने बताया कि वर्तमान में प्रत्येक बूथ पर औसतन 978 निर्वाचक पंजीकृत हैं, जबकि पुनर्गठन के उपरांत यह औसत घटकर 852 निर्वाचक प्रति बूथ रह जाएगा, जिससे मतदान प्रक्रिया अधिक सुगम एवं भीड़-रहित बनेगी। जिले में चार निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (ईआरओ) — राजसमंद, नाथद्वारा, कुंभलगढ़ और भीम — तथा 20 सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (एईआरओ) नियुक्त किए गए हैं जो अपने-अपने क्षेत्रों में एसआईआर की संपूर्ण प्रक्रिया का पर्यवेक्षण करेंगे।
प्रशिक्षण एवं गणना कार्य पूरी तैयारी के साथ प्रारंभ
कलक्टर ने बताया कि जिले में 988 बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) कार्यरत हैं जो घर-घर संपर्क, मतदाता सूची का अद्यतन तथा फॉर्म भरवाने का कार्य कर रहे हैं। सभी बीएलओ और उनके पर्यवेक्षकों का प्रशिक्षण पूर्ण किया जा चुका है तथा कार्य गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए रिफ्रेशर सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। 28 अक्टूबर से 3 नवंबर 2025 तक प्रशिक्षण एवं गणना प्रपत्रों के मुद्रण का कार्य किया जा रहा है। इसके बाद 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक घर-घर गणना प्रपत्र का वितरण एवं संग्रहण किया जाएगा, जिससे प्रत्येक पात्र नागरिक की जानकारी सटीक रूप से एकत्र की जा सके।
मतदाता सूची का ड्राफ्ट 9 दिसंबर को होगा प्रकाशित हसीजा ने बताया कि 9 दिसंबर 2025 को मतदाता सूची का ड्राफ्ट प्रकाशित किया जाएगा, ताकि नागरिक अपनी प्रविष्टियों की जांच कर सकें और आवश्यक संशोधन के लिए आवेदन प्रस्तुत कर सकें। 9 दिसंबर से 8 जनवरी 2026 तक दावे एवं आपत्तियां स्वीकार की जाएंगी, जबकि 9 दिसंबर से 31 जनवरी 2026 तक नोटिस फेज के दौरान प्राप्त दावों एवं आपत्तियों की सुनवाई और सत्यापन किया जाएगा। अंतिम मतदाता सूची 7 फरवरी 2026 को प्रकाशित की जाएगी, जिससे जिले की सभी विधानसभा क्षेत्रों की सूचियां अद्यतन रूप में उपलब्ध होंगी।
प्रक्रिया में पारदर्शिता और तकनीकी सशक्तता पर विशेष बल
कलक्टर ने बताया कि बीएलओ प्रतिदिन अपनी कार्य प्रगति का अभिलेखन कर रहे हैं, जिसके आधार पर ईआरओ, डीईओ और सीईओ स्तर पर कार्य का पर्यवेक्षण और मूल्यांकन किया जा रहा है। मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को प्रस्तुतीकरण के माध्यम से एसआईआर की संपूर्ण प्रक्रिया से अवगत कराया गया है ताकि सभी चरणों की स्पष्ट जानकारी प्राप्त हो सके। सभी राज्यों की मतदाता सूचियां https://voters.eci.gov.in/ पर उपलब्ध हैं और यह लिंक मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट पर भी देखा जा सकता है।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत
