
भीलवाडा (Bhilwara) शारदीय नवरात्र में सांगानेर के भीमाशंकर महादेव में दस दिवसिय अखण्ड रामायण पाठ का समापन 108 हनुमान चालीसा पाठ व भगवान को छप्पन भोग लगाकर किया गया। कार्यक्रम के संयोजक महावीर प्रसाद आगाल एवं कवि सुरेंद्र ने बताया कि रामायण मण्डल सांगानेर द्वारा हर माह एक अखण्ड रामायण पाठ किया जाता है जो प्रातः 4.15 बजे प्रारम्भ होकर रात्रि 11 बजे पूर्ण हो जाता है। लेकिन इस नवरात्र में रामायण मण्डल के सभी सदस्यों ने निर्णय लिया कि नवरात्र के नौ दिनों में अखण्ड रामायण का पाठ करना है। और सभी भक्तों के सहयोग से यह सम्भव हो सका। इस सम्पूर्ण कार्यक्रम में वृद्ध से लेकर तरुण तक सभी सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दी। सोहन पटवारी, रामदयाल कोठारी, ओमप्रकाश कोठारी आदि वरिष्ठतम सदस्यो की गौरवमय उपस्थिति रही। मातृशक्ति ने इस अनुष्ठान में अपना महत्वपूर्ण सहयोग दिया। श्रीमति शारदा शर्मा, श्रीमति पुष्पा कोठारी, श्रीमति मधु मलकरा, श्रीमति चन्दा देवी आगाल, श्रीमति चन्दा देवी छापरवाल, श्रीमति सुमित्रा देवी, श्रीमति संगीता, श्रीमति प्रतिभा, श्रीमति दुर्गा, श्रीमति लीला आदि ने अपना अमूल्य समय इस अनुष्ठान में दिया। सबसे महत्वपूर्ण रहा इस अनुष्ठान का उद्देश्य जो सनातन धर्म की रक्षा हज़ारो वर्षाे तक उसके शिखर पर रहने की अभिलाषा रही। रामेश्वर जाट ने बताया कि इस अनुष्ठान का उद्देश्य न केवल आत्मिक शांति रहा वरन सनातन को संगठित कर उसे शिखर पर पहुचाने का रहा। संसार मे चारो ओर सनातन की श्रेष्ठता रहे सब लोगो मे दया ममता करुणा त्याग कर्त्तव्य परायणता रहे यही रामायण मण्डल का उद्देश्य था।
रिपोर्ट – पंकज पोरवाल
