
राजसमन्द (Rajsamand) भारत सरकार द्वारा जनजाति वर्ग के सर्वांगीण विकास हेतु चलाए जा रहे धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत आदि कर्मयोगी अभियान – उत्तरदायी शासन कार्यक्रम का जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 9 सितम्बर से टाइगर वैली रिसॉर्ट, कुंभलगढ़ में शुरू हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ जिला कलक्टर अरुण कुमार हसीजा की अध्यक्षता में दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा, एसीईओ डॉ सुमन अजमेरा, एसडीएम साक्षी पूरी, एससीएफ किशन चौधरी, पंचायत समितियों के विकास अधिकारी, ब्लॉक मास्टर ट्रैनर्स आदि मौजूद रहे। इस अवसर पर सीईओ बैरवा ने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य जनजाति वर्ग के अंतिम पायदान पर बैठे प्रत्येक परिवार को विभिन्न सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के माध्यम से लाभान्वित कर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है।
सीईओ ने बताया कि यह योजना वर्तमान में जिले के 5 ब्लॉकों के कुल 73 ग्रामों में संचालित है। इनमें ब्लॉक कुम्भलगढ़ के 28 ग्राम, भीम के 20 ग्राम, खमनोर के 11 ग्राम, देलवाड़ा के 9 ग्राम एवं राजसमन्द के 5 ग्राम शामिल हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले के सभी जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनरों द्वारा प्रत्येक ब्लॉक के 5 ब्लॉक मास्टर ट्रेनरों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इनमें मुख्य रूप से ब्लॉक मास्टर ट्रेनरों की आपसी सहभागिता बढ़ाने हेतु “आंगन” थीम पर विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की गईं। अंतर-विभागीय समन्वय को बढ़ावा देने के लिए “फिश बॉल” गतिविधि का आयोजन किया गया।
सामाजिक बुद्धिमता, सामूहिक प्रयास, ईमानदारी और नैतिकता जैसे प्रशासनिक कौशलों के विकास के लिए “लाइट कैंडल लाइटिंग” और “निकनेम” जैसी गतिविधियों का आयोजन कर सहभागियों को प्रेरित किया गया। इस प्रशिक्षण से ब्लॉक मास्टर ट्रेनर अपने क्षेत्र में प्रभावी नेतृत्व कर जनजातीय परिवारों तक योजनाओं का लाभ पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँ।
रिपोर्ट – नरेंद्र सिंह खंगारोत