
राजसमन्द (Rajsamand) सिक्किम के राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर मंगलवार को राजसमंद के ग्राम पिपलांत्री पहुंचे। उन्होंने पर्यावरणविद श्यामसुंदर पालीवाल पद्मश्री के नेतृत्व में ग्राम पंचायत में कराए गए पर्यावरण एवं जल संरक्षण के अभिनव कार्यों का अवलोकन कर पौधारोपण किया।
इस दौरान राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी, जिला कलक्टर अरुण कुमार हसीजा, एसपी ममता गुप्ता, उप वन संरक्षक कस्तूरी प्रशांत सुले, मावली के पूर्व विधायक धर्मनारायण जोशी, राजसमंद के पूर्व विधायक बंशीलाल खटीक, प्रधान अरविन्द सिंह राठौड़, पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष मान सिंह बारहठ सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी, ग्राम पंचायत के निवासी आदि मौजूद रहे। इस दौरान श्यामसुंदर पालीवाल, प्रशासक अनीता पालीवाल एवं ग्रामीण उन्हें यहाँ पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में हुए कार्यों की जानकारी प्रदान की।
राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर ने कहा कि लगभग 20-22 वर्ष बाद इस गाँव में आना हुआ है, तब और आज में व्यापक परिवर्तन दिखाई दे रहा है, वे श्यामसुंदर पालीवाल को इन प्रयासों के लिए धन्यवाद देते हैं। उन्होंने सिक्किम राज्य की भौगोलिक चुनौतियों और उन चुनौतियों के माध्यम वहाँ की ग्राम पंचायतों द्वारा पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे अभिनव उदाहरणों को भी मंच से सभी के समक्ष प्रस्तुत किया।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री जन धन योजना शुरू की गई जिसके माध्यम से निर्धन व्यक्ति भी जीरो अमाउंट से खाता खुलवा कर बैंकों से जुड़ सके। आज किसान सम्मान निधि हो या सामाजिक सुरक्षा पेंशन हो, सभी राशि इन खातों में मिल रही है। अब भारत देश नई सोच के साथ आगे बढ़ रहा है और देश हर क्षेत्र में अग्रणी है।
राज्यपाल माथुर ने कहा कि हमें सदैव इस बात की चिंता करनी है कि पर्यावरण कैसे बचे, जल का संरक्षण कैसे हो क्योंकि यह सभी के सामूहिक प्रयास से ही संभव है। सभी श्यामसुंदर पालीवाल के प्रयासों का अनुसरण करें और अपने-अपने क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दें।
पिपलांत्री मॉडल के सूत्रधार पर्यावरणविद श्याम सुंदर पालीवाल पद्मश्री ने कहा कि पिपलांत्री में आज तक 14 से 15 लाख पौधे लगाए गए हैं। एक समय था जब यहाँ भू-जल स्तर काफी कम था और पानी का संकट था, लेकिन जल संरक्षण गतिविधियों से अब यह जल स्तर काफी ऊपर आ गया है और पानी की समस्या हमेशा के लिए दूर हो गई है। यह ग्रामीणों और भामाशाहों के सहयोग से ही संभव हो सका है। उन्होंने कहा कि आज यहाँ तालाब और कुओं में लबालब पानी है, गाँव में पलायन रुका है, गाँव के लोगों को गाँव में ही रोजगार मिला है, पिपलांत्री आज इको टूरिज़म के साथ-साथ कई नए अवसरों को बढ़ावा दे रहा है, डेयरी व्यवसाय भी फल-फूल रहा है। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों से राज्यपाल से मुलाकात की और ग्राम पंचायत की ओर से उनका अभिनंदन किया।
रिपोर्ट -नरेंद्र सिंह खंगारोत