
Sojat: निकटवर्ती ग्राम सिसरवाड़ा स्थित श्री केसरिया कंवर मंदिर में चल रहे चातुर्मास महोत्सव के अंतर्गत स्वामी निर्मल स्वरूप जी महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि यदि जीवन को सफल बनाना है तो शास्त्रों द्वारा बताए गए मार्ग और नियमों का पालन करना अनिवार्य है।
उन्होंने कहा कि श्रद्धा और सत्य के बिना मनुष्य का जीवन निरर्थक है। माता-पिता, गुरु और शास्त्रों की वाणी में विश्वास एवं श्रद्धा रखकर ही जीवन को सार्थक दिशा दी जा सकती है।
चातुर्मास के अंतर्गत प्रतिदिन हो रहे प्रवचनों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं धर्मप्रेमी भाग ले रहे हैं और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
श्रद्धालुओं की निरंतर बढ़ती उपस्थिति से पूरे क्षेत्र में भक्ति और धार्मिक उत्साह का वातावरण निर्मित हो गया है।
रिपोर्ट : बाबूलाल पंवार