
Pali: शहर में बढ़ते ऑनलाइन अपराधों के बीच पाली पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए ऑनलाइन जुआ खिलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में तीन थानों की संयुक्त कार्रवाई में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के मोबाइल में करीब दो करोड़ रुपये का लेनदेन रिकॉर्ड भी मिला है, जिससे उनके इस अवैध नेटवर्क की गंभीरता और व्यापकता सामने आई है।
गुप्त सूचना के बाद बनी पुलिस टीम
पाली पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट को इनपुट मिला था कि कुछ लोग मोबाइल एप्स के जरिए शहर के युवाओं को ऑनलाइन जुए में फंसा रहे हैं। इस पर उन्होंने सीओ सिटी ऊषा यादव के नेतृत्व में कोतवाली थाना प्रभारी अनिल विश्नोई, औद्योगिक थाना प्रभारी जसवंत सिंह, और सदर थाना प्रभारी भंवरलाल माली की संयुक्त टीम बनाकर कार्रवाई के निर्देश दिए।
ऐसे करते थे जुए का जाल तैयार
सीओ सिटी ऊषा यादव ने बताया कि आरोपी फोन पे, गूगल पे जैसे माध्यमों से ऑनलाइन पेमेंट लेकर लोगों को जुआ खेलने के लिए ऐप्स के लिंक भेजते थे। इन लिंक के जरिए अंकों पर दांव लगवाया जाता था। जीतने वाले को 9 गुना तक रिटर्न का लालच दिया जाता था, जबकि हारने वाले की पूरी रकम डूब जाती थी। इस तरह भोले-भाले लोगों को धीरे-धीरे जुए की लत लगाई जाती थी।
मोबाइल से मिली महत्वपूर्ण जानकारी
जांच के दौरान जब आरोपियों के मोबाइल की गहनता से जांच की गई तो सामने आया कि पिछले एक साल में करीब दो करोड़ रुपये का लेनदेन सिर्फ ऑनलाइन माध्यमों से किया गया था। यह पैसा अलग-अलग लोगों से लेकर जुए में लगाया और खिलाया गया था।
गिरफ्तार किए गए आरोपी
पुलिस ने इस मामले में पाली शहर के अलग-अलग इलाकों से इन सात लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें इंद्रा कॉलोनी विस्तार निवासी सुरेश कुमार पुत्र मांगीलाल, इंद्रा कॉलोनी निवासी साबिर शाह पुत्र गनी शाह, जंगीवाड़ा निवासी शेरू खान पुत्र मोहम्मद इकबाल, महेश उर्फ चिन्दु पुत्र खीवराज, किसान केसरी नगर निवासी शाहिल खान पुत्र शरीफ मोहम्मद, खेतेश्वर नगर निवासी धर्मेन्द्र सिंह पुत्र भवानी सिंह राठौड़, घाचियों का बड़ा बास निवासी प्रवीण देवड़ा पुत्र जगदीश देवड़ा। इन सभी आरोपियों को बुधवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा (JC) में भेजने का आदेश दिया गया।
पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर रही है कि इस गिरोह का संचालन कब से हो रहा था और इसमें और कौन-कौन शामिल है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि इनके लिंक बाहरी राज्यों से जुड़े हैं या नहीं।
रिपोर्ट – रविन्द्र सोनी