
Pali: राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड जिला मुख्यालय पाली के तत्वावधान में आयोजित 45 दिवसीय कला कौशल एवं अभिरुचि प्रशिक्षण शिविर का समापन शुक्रवार को वंदे मातरम उच्च माध्यमिक विद्यालय, जयनगर पाली में हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस शिविर में कुल 418 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें बालक-बालिकाओं के साथ गृहणियों की भागीदारी भी सराहनीय रही।
शिविर का आयोजन तीन स्थानों महामना मालवीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, सुदर्शन बाल मंदिर विद्यालय और कात्यायनी विद्यालय—पर किया गया, जहां सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक प्रतिभागियों को सिलाई, चित्रकला, मेहंदी, वेस्ट टू बेस्ट, नृत्य, संगीत, योग, आत्मरक्षा, कराटे, कंप्यूटर, पर्सनालिटी डेवलपमेंट और स्काउटिंग की बारीकियों का प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण से आत्मनिर्भरता की ओर कदम
सीओ गाइड डिंपल दवे और कार्यक्रम समन्वयक दीपक जावा ने बताया कि यह शिविर केवल गर्मियों की छुट्टियों का सदुपयोग नहीं था, बल्कि प्रतिभागियों के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक ठोस प्रयास था। पूर्व में भी इस शिविर से प्रशिक्षण लेकर कई गृहणियों और युवतियों ने अपने स्वयं के व्यवसाय शुरू किए हैं।
शिविर के दौरान प्रशिक्षण के साथ-साथ वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान, हरियालो राजस्थान, योग दिवस, पक्षी संरक्षण अभियान, नशा मुक्ति जागरूकता और विश्व पर्यावरण दिवस जैसे विभिन्न सामाजिक अभियानों में भी स्काउट-गाइड की सक्रिय सहभागिता रही।
समापन समारोह में उमड़ा उत्साह
समापन समारोह में जिला स्काउट गाइड अध्यक्ष महेंद्र बोहरा ने कहा कि “स्काउटिंग न केवल अनुशासन और संस्कार सिखाता है, बल्कि जीवन को व्यवहारिक और आत्मनिर्भर भी बनाता है। अभिरुचि शिविरों से बच्चों में छिपी प्रतिभाएं निखरती हैं और भविष्य में वे खुद को आर्थिक रूप से सशक्त बना सकते हैं।”
पूर्व विधायक ज्ञानचंद पारख ने बालक-बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत ‘राम आएंगे’ जैसे गीतों की प्रस्तुति की सराहना की और स्काउटिंग को भारतीय संस्कृति का संवाहक बताया।
विशेष सम्मान और प्रदर्शनी
समापन के अवसर पर सेवानिवृत्त हो रहे अधिकारियों उपनिदेशक प्रकाशचंद सिंघाड़िया, भीम सिंह चंपावत और सहायक निदेशक सोहन भाटी का साफा, स्कार्फ और स्मृति चिन्ह देकर बहुमान किया गया।
शिविर के दौरान प्रतिभागियों द्वारा तैयार की गई कलात्मक सामग्री की प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया गया, जिसमें अतिथियों ने बच्चों की रचनात्मकता की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
इस अवसर पर जोधपुर से सहायक राज्य संगठन आयुक्त छतर सिंह पीडियार, जिला सचिव डॉ. बी.एल. जाखड़, जिला शिक्षा अधिकारी खीमाराम चौधरी, स्काउट पदाधिकारी सीमा त्रिवेदी, सोहनलाल भाटी, तुलसीराम चौहान, कल्याण सिंह सहित अनेक अधिकारी, संस्थाओं के प्रतिनिधि, विद्यालय प्राचार्य, सामाजिक कार्यकर्ता एवं लगभग 800 से अधिक लोग उपस्थित रहे।
भविष्य के निर्माण की दिशा में मजबूत कदम
स्काउट गाइड जिला मुख्यालय पाली द्वारा इस शिविर के माध्यम से युवा पीढ़ी को संस्कार, अनुशासन और आत्मनिर्भरता की शिक्षा दी गई है। इस शिविर की बढ़ती लोकप्रियता और प्रतिभागियों की संख्या यह दर्शाती है कि समाज में ऐसे प्रशिक्षण शिविरों की न केवल आवश्यकता है, बल्कि यह बालकों, युवतियों और महिलाओं के भविष्य निर्माण में एक मजबूत नींव रख रहे हैं।
रिपोर्ट – रविन्द्र सोनी