
Jaisalmer। शहर में शुक्रवार को हुई 115 मिमी मूसलाधार बारिश के बाद ऐतिहासिक जैसलमेर किले की दीवारों पर संकट मंडराने लगा है। स्थानीय जनता को आशंका है कि दीवार के गिरने से जानमाल का भारी नुकसान हो सकता है।
गौरतलब है कि नगरपरिषद आयुक्त लजपालसिंह सोढा ने पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI) की अनुमति के बिना लक्ष्मीनाथ मंदिर के मुख्य मार्ग पर किले की दीवार में छेड़छाड़ शुरू करवा दी है। इस कार्य से दीवार की नींव उजागर हो गई है, जिससे खतरा और बढ़ गया है।
विशेषज्ञों के अनुसार जैसलमेर का किला ‘घिंया पत्थर’ के पहाड़ पर बना हुआ है। यह पत्थर बारिश का पानी सोखकर फूल जाता है जिससे दीवार कमजोर होकर गिरने की संभावना बढ़ जाती है। इससे पहले दिल्ली से आई ASI की सर्वेक्षण टीम भी इस बारे में चेतावनी दे चुकी है।
वरिष्ठ नागरिक चम्पालाल ने चिंता जताते हुए कहा कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की जान जोखिम में है। उन्होंने बताया कि आयुक्त सोढा, जिला कलेक्टर प्रतापसिंह द्वारा कार्य रुकवाने के निर्देश के बावजूद काम बंद नहीं करवा रहे हैं।
पूर्व पार्षद मगन सैन ने इस पूरे मामले में नाराजगी जताते हुए कहा कि “लजपालसिंह सोढा को रोकने वाला कोई नहीं है, वे कुछ भी करवा सकते हैं।”
वहीं, वर्तमान पार्षद नारायणसिंह ने भी इस अवैध कार्य की कड़ी भर्त्सना की है।
इस पूरे मामले को लेकर एक जागरूक रहवासी ने सूचना का अधिकार (RTI) के तहत जानकारी भी मांगी है, जिससे साफ है कि शहरवासी अब प्रशासन की जवाबदेही चाहते हैं।
रिपोर्ट – कपिल डांगरा